Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के गरियाबंद (Gariaband) के मैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Mainpur Community Health Center) में छह वर्ष पूर्व बीएमओ के पद पर रहते हुए एक चिकित्सक अधिकारी ने करोड़ों रुपये का घोटाला किया था. आरोपी ने अपने लेखा अधिकारी और अन्य सहकर्मियों के साथ मिलकर करीब 3 करोड़ 12 लाख रुपये का गबन किया था.
नेगी समेत तीन सहयोगी हुए गिरफ्तार
इस मामले का मास्टरमाइंड चिकित्सा अधिकारी कालेश्वर नेगी को सोमवार को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है. उनके तीन सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया गया. मामला मैनपुर ब्लॉक के स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ 60 से ज्यादा कर्मियों से जुड़ा है. इन कर्मचारियों के नाम पर पीएफजीफ फंड का बोगस फाइल बनाकर तत्कालीन बीएमओ ने खजाने से 3.12 करोड़ रुपये का गबन किया था. कर्मियों के बगैर जानकारी के उनके खाते में रकम निकाल ली थी,जिसे गलती से ट्रांसफर होना बताकर बीएमओ वापस अपने पास जमा कराने लगे तो मामले का भंडाफोड़ हो गया.
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FIR दर्ज होने में लग गए तीन साल
इस पूरे मामले में रसूक इतना तगड़ा था कि मामले की एफआईआर दर्ज कराने में तीन साल का वक्त लग गया. बीते 18 मई को पुलिस ने 10 नामजद समेत अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी की कई धाराओं में केस दर्ज किया. वित्तीय वर्ष 2016 से 2020 के बीच गरियाबंद कोषालय में पदस्थ रहे तीन कोषालय अधिकारी भी इस केस में आरोपी बनाए गए हैं. अब तक मामले में 7 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
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