Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कोरिया जिला अस्पताल (Koriya District Hospital) के प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. राजेन्द्र बंसारिया को मरीज का ऑपरेशन करने के एवज में पैसे मांगने के मामले में सस्पेंड (Suspended) कर दिया गया. युवक के हाथ की हड्डी का ऑपरेशन करने के लिए डॉ. राजेंद्र बंसारिया (Dr. Rajendra Bansariya) ने 15 हजार रुपए मांगे थे. आरोप है कि रुपए नहीं मिलने पर उन्होंने इलाज नहीं किया. सीएमएचओ (CMHO) की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद राज्य शासन ने डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया. इसका विरोध करते हुए शुक्रवार, 28 जून को जिले के अन्य डॉक्टरों ने विरोध करते हुए धरना दिया.
अन्य डॉक्टरों ने किया विरोध
इस कार्रवाई के विरोध में अन्य डॉक्टरों ने निलंबन वापस लेने की मांग करते हुए शुक्रवार को काम बंद कर दिया. जिससे ओपीडी की सेवाएं प्रभावित रही. मरीज परेशान होते रहे. आपको बता दें कि कोरिया जिले के विकास का 21 जून 2024 को हाथ टूट गया था. उसे कोरिया जिला अस्पताल में दाखिल किया गया था. शिकायतकर्ता कमली ने बताया कि चिकित्सक ने कहा था कि युवक के हाथ का ऑपरेशन करना पड़ेगा. परिजनों को सीएस डॉ. राजेंद्र बंसारिया ने मिलने के लिए घर बुलाया. परिजनों से चिकित्सक ने ऑपरेशन के लिए 15 हजार रुपये मांगा. परिजनों ने इसकी शिकायत सीएमएचओ से कर दी.
सीएमएचओ ने लिया एक्शन
सीएमएचओ ने मामले में शिकायतकर्ता और युवक के परिजनों का बयान लिया और राज्य शासन को भेज दिया. मामले में शिकायकर्ता कमली ने कहा कि सीएस ने घर पर 15 हजार रुपये की मांग की थी. विकास के हाथ का 27 जून को ऑपरेशन हो गया और डॉक्टर ने पैसे नहीं लिए. सीएस डॉ. राजेंद्र बंसारिया के निलंबन के आदेश से भड़के चिकित्सकों ने शुक्रवार को काम बंद कर दिया.
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पूरे जिले की ओपीडी रही बंद
कोरिया जिले की ओपीडी की सेवाएं बंद रहीं एवं चिकित्सक हड़ताल पर रहे. चिकित्सकों ने डॉ. राजेंद्र बंसारिया के निलंबन के विरोध में छत्तीसगढ़ डॉक्टर्स एसोसिएशन के बैनर तले काम बंद रखा. डॉक्टरों ने कहा कि बिना लिखित शिकायत और जांच के ही सीएच का निलंबन सही नहीं है. आरोप गलत है कि सीएस ने इलाज के लिए पैसे मांगे और पैसे नहीं मिलने पर इलाज नहीं किया. 26 जून को देर हो जाने के कारण ऑपरेशन नहीं किया गया. 27 जून को युवक के हाथ का ऑपरेशन किया गया है. पैसे नहीं देने पर इलाज नहीं करने का आरोप निराधार है.
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