Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के गोमर्डा वन्यजीव अभयारण्य में करंट की चपेट में आने से एक बाघ की मौत के बाद पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एक वन अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस संबंध में एक वन कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया और दो अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
बाघ की निगरानी के लिए एसटीपीएफ का किया गया गठन
वन अधिकारी ने कहा, ‘‘दिसंबर के दौरान अभयारण्य में एक बाघ की गतिविधि की सूचना मिली थी, जिसके बाद बाघ की निरंतर निगरानी के लिए एक विशेष बाघ संरक्षण बल (एसटीपीएफ) का गठन किया गया था. 12 जनवरी के बाद उसके पैरों के निशान नहीं देखे गए.''उन्होंने कहा, ‘‘एक गुप्त सूचना के आधार पर 24 जनवरी को तीन लोगों को हिरासत में लिया गया था.
बाघ की मौत बिजली के तार के संपर्क में आने से हुआ
सूचना मिली थी कि घोरघंटी गांव के पास एक बाघ की मौत हो गई है. हिरासत में लिए गए तीन लोगों ने खुलासा किया कि बाघ की मौत बिजली के एक तार के संपर्क में आने से हुई, जिसे उन्होंने जंगली भालू के शिकार के लिए बिछाया था.'' उन्होंने बताया कि आरोपियों ने बाघ को जंगल में नदी के पास दफना दिया और शुक्रवार को शव खोदकर निकाला गया.
ये भी पढ़ें 1984 गैस त्रासदी का दर्द, दशकों बीते लेकिन नहीं पूरे हुए सरकारी वादे, अब तक पेंशन की आस में हैं विधवाएं
अधिकारी ने बताया कि मामले में घोरघंटी के रहने वाले सीताराम सिदार (33), रामचरण बरिहा (48), सहदेव बरिहा (35) और बंशीलाल बरिहा (63) के अलावा सालार गांव निवासी धनुराम साहू (35) को गिरफ्तार किया गया है.