Naxal Attack News: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले (Kanker District) में मंगलवार को मुठभेड़ में 29 नक्सलियों के मारे जाने के बाद पुलिस ने दावा किया है कि इससे माओवादियों (Maoists)की उत्तर बस्तर ‘डिवीजन कमेटी' को बड़ा झटका लगा है. पुलिस के मुताबिक यह कमेटी क्षेत्र में अवैध लेवी वसूलने और संगठन के आपूर्ति नेटवर्क को संभालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही थी.
पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने बताया कि उत्तर बस्तर डिवीजन कमेटी में लगभग 70 से 80 नक्सली हैं, जो माओवादियों की चार क्षेत्र समितियों रावघाट, परतापुर, कुवे और किसकोड़ो में बंटी हुई है. उन्होंने बताया कि माओवादियों की अलग-अलग डिवीजन समितियां अलग-अलग काम संभालती हैं. उत्तर बस्तर ‘डिवीजन समिति' अवैध लेवी वसूली और रसद आपूर्ति नेटवर्क संभालती है.
इस हमले से नक्सलियों की टूटी कमर
पुलिस महानिरीक्षक ने दावा किया है कि मंगलवार की मुठभेड़ ने उत्तर बस्तर डिवीजन कमेटी को भारी झटका पहुंचाया है. इसे पूरी तरह से खत्म करने के लिए अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है. उन्होंने कहा कि हम सही दिशा में जा रहे हैं.
मृत नक्सलियों को पहचानने की चल रही है प्रक्रिया
उन्होंने कहा कि मारे गए नक्सलियों की पहचान सुनिश्चित करने की प्रक्रिया चल रही है. अब तक उनमें से दो की पहचान शंकर राव और ललिता के रूप में की गई है. उनके मुताबिक दोनों ‘डिविजनल कमेटी' के सदस्य थे और उनके सिर पर आठ—आठ लाख रुपये का इनाम था. सुंदरराज ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि मारे गए ज्यादातर नक्सली परतापुर एरिया कमेटी के थे.
सबसे बड़े मुठभेड़ में मारे गए 29 नक्सली
कांकेर जिले के छोटेबेठिया थाना क्षेत्र में मंगलवार को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में 29 नक्सलियों को मार गिराया था. पिछले तीन दशकों से अधिक समय से इस समस्या से जूझ रहे छत्तीसगढ़ में यह पहली बार है कि जब सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में इतनी बड़ी संख्या में नक्सलियों को मार गिराया है. पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि यह मुठभेड़ कांकेर, नारायणपुर (छत्तीसगढ़ में) और गढ़चिरौली (महाराष्ट्र से सटे) के त्रिकोणीय स्थान पर हुई है. उनके अनुसार इस जगह को माओवादियों की उत्तर बस्तर ‘डिवीजन कमेटी' के लिए सुरक्षित पनाहगाह माना जाता है.
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चुनाव शांतिपूर्ण होने की संभावना
पहले चरण में 19 अप्रैल को होने वाले मतदान के सिलसिले में बस्तर लोकसभा क्षेत्र के लिए सुरक्षा व्यवस्था के बारे में पूछे जाने पर पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने कहा कि पिछले साल के विधानसभा चुनाव के दौरान नक्सलियों ने हिंसक गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश की थी, लेकिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था ने उनकी कोशिशों को नाकाम कर दिया. उन्होंने कहा कि इस समय भी आम चुनाव के लिए हमने उपलब्ध संसाधनों के साथ पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की है और हमें उम्मीद है कि बस्तर और कांकेर चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होंगे.
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