छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा पर हमला किया और उन्हें झूठा करार दिया है. मुख्यमंत्री ने राज्य में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत लोगों को दिए जाने वाले चावल की मात्रा के बारे में कांग्रेस महासचिव पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया है.
कांग्रेस की 70 सालों से झूठ बोलने की बीमारी है, इतनी आसानी से तो जाएगी नहीं…@priyankagandhi जी, झूठ फैलाने से फुरसत मिल जाए तो आपकी कांग्रेस सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ में किए गए 5000 करोड़ के चावल घोटाले पर भी दो शब्द कह दें।
— Vishnu Deo Sai (Modi Ka Parivar) (@vishnudsai) May 18, 2024
आपकी अज्ञानता का फ़ायदा उठाकर हर बार छत्तीसगढ़…
कांग्रेस की 70 सालों की झूठ बोलने की बीमारी आसानी से नहीं जाएगी
मुख्यमंत्री साय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में शनिवार रात कहा कि कांग्रेस की झूठ बोलने की आदत इतनी आसानी से नहीं जाएगी. उन्होंने आगे कहा, प्रियंका चोपड़ा झूठ फैलान से फुरसत मिल जाए तो आपकी कांग्रेस सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ में किए गए 5000 करोड़ रुपए के चावल घोटाले पर भी दो शब्द कह दें.
कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ के हर जिले में ‘फूड पार्क' बना दिया है
मुख्यमंत्री साय ने प्रियंका गांधी पर हमला करते हुए कहा कि, आपकी अज्ञानता का फायदा उठाकर हर बार छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेता आप लोगों को बेवकूफ बनाते हैं. पिछली बार कांग्रेसियों ने राहुल गांधी से कह दिया था कि कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ के हर जिले में ‘फूड पार्क' बना दिया है, उस झूठ ने प्रदेश में कांग्रेस को रसातल में पहुंचा दिया.
थोड़ा होमवर्क करके बयान देंगी तो बार-बार शर्मिंदा नहीं होना पड़ेगा
मुख्यमंत्री यहीं नहीं रूके, उन्होंने आगे कहा कि इस बार भी छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी नेताओं ने उन्हें राशन के मुद्दे पर ‘‘मूर्ख'' बना दिया है. साय ने प्रिंयका गांधी को सलाह देते हुए कहा कि कोई भी बयान देने से पहले थोड़ा अध्ययन कर लें. अगर आप थोड़ा सा होमवर्क करके बयान देंगी तो आपको बार-बार शर्मिंदा नहीं होना पड़ेगा.
सीएम साय ने बताया कि छत्तीसगढ़ में प्रति परिवार कितना मिलता है राशन
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीडीएस के तहत केंद्र सरकार से मिलने वाले 5 किलो चावल (प्रति परिवार) के अतिरिक्त राज्य सरकार राशन कार्ड धारक एकल सदस्य परिवारों को 10 किलो चावल, 2 सदस्यीय परिवारों को 20 किलो चावल, 3 से पांच सदस्यों वाले परिवारों को 35 किलो चावल मिलता है. वहीं, बड़े परिवारों को 7 किलो चावल हर महीने देती है.