छत्तीसगढ़ के महाधिवक्ता प्रफुल्ल एन. भारत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल रामेन डेका को सौंपा है. राज्यपाल ने इस्तीफा स्वीकार किया है या नहीं, इस पर अभी कोई आधिकारिक जानकारी जारी नहीं हुई है.
सूत्रों के अनुसार मामले को लेकर हाईलेवल बैठकें जारी हैं और कानूनी सलाह-मशविरा भी तेज हो गया है. राजभवन और महाधिवक्ता कार्यालय दोनों की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. जल्द ही इस मुद्दे पर औपचारिक घोषणा होने की संभावना जताई जा रही है.
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इस्तीफे में क्या लिखा?
अपने त्यागपत्र में प्रफुल्ल भारत ने लिखा कि वे स्वेच्छा से महाधिवक्ता पद छोड़ रहे हैं. उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय में राज्य के हितों की रक्षा करना एक चुनौतीपूर्ण दायित्व था, जिसमें महाधिवक्ता कार्यालय और नौकरशाहों ने उनका पूरा साथ दिया. उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, मंत्रिमंडल और पूरी प्रशासनिक टीम को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया. साथ ही राज्यपाल को धन्यवाद देते हुए लिखा कि राज्य के प्रथम विधि अधिकारी के रूप में सेवा करने का अवसर मिलना उनके लिए सम्मान की बात रही है. ये अवसर देने के लिए मैं महामहिम का आभारी हूं.
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12 जनवरी 2024 को नियुक्त किए गए थे महाधिवक्ता
प्रफुल्ल एन. भारत का कानूनी करियर लंबे समय से राज्य की प्रमुख भूमिकाओं से जुड़ा रहा है. वे वर्ष 2014 से 2018 तक पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के कार्यकाल में राज्य के अतिरिक्त महाधिवक्ता रहे. इसके बाद वर्ष 2021 में उन्हें छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय का वरिष्ठ अधिवक्ता नामित किया गया. 12 जनवरी 2024 को उन्हें छत्तीसगढ़ का महाधिवक्ता नियुक्त किया गया था. लगभग एक वर्ष बाद उन्होंने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
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