
Chhattisgarh Hindi News: बिलासपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां दो शातिर ठगों ने खुद को मुख्यमंत्री कार्यलय (Chhattisgarh CMO) में कार्यरत होने की बात कही और नौकरी दिलाने का झांसा देकर 6 लोगों से 50 लाख रुपये की ठगी कर ली. प्रार्थियों का आरोप है कि मनीषा सिंह और रजत गुप्ता ने सहायक अभियंता की नौकरी लगवाने का झांसा देकर फर्जी नियुक्ति पत्र (Fake Appointment Letter) भेजे और लाखों रुपये वसूल लिए.
शिकायतकर्ताओं के मुताबिक, मनीषा सिंह नाम की महिला और रजत गुप्ता नामक युवक ने सहायक अभियंता (Assistant Engineer Job) की नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे लाखों रुपये वसूले. इनके साथ रिया और एक देशमुख नाम के व्यक्ति की भी भूमिका सामने आई है. पीड़ितों में कुल छह लोग शामिल हैं, जिनसे कुल मिलाकर करीब 50 लाख रुपये लिए गए. इन पैसों के बदले में उन्हें फर्जी जॉइनिंग लेटर (Joining Letter) भी दिए गए थे.
मनीषा सिंह लग रही मास्टरमाइंड
इस पूरे गिरोह ने कथित तौर पर रजत गुप्ता के नाम से नियुक्ति पत्र बनवाकर भेजे थे, जिसमें मनीषा सिंह की भूमिका प्रमुख मानी जा रही है. फिलहाल सिविल लाइन थाना पुलिस ने मनीषा सिंह, रजत गुप्ता, रिया और देशमुख के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
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