
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के गिरवानी गांव में बांध निर्माण के लिए किसानों की सैकड़ों एकड़ जमीन अधिग्रहण कर ली गई और सालों बाद किसानों को मुआवजा के नाम पर फर्जी डमी चेक पकड़ा दिया गया. अब उस चेक को कहां जमा करें उन्हें समझ में नहीं आ रहा है . परेशान किसान डमी चेक को लेकर कलेक्टर के पास पहुंचे किसानों ने अपनी परेशानी बताई है.
ये है मामला
वाड्रफनगर ब्लॉक क्षेत्र में साल 2012 में गिरवानी में बांध निर्माण के लिए दर्जनों किसानों की जमीन को अधिग्रहण किया गया था. किसानों का मुआवजा प्रकरण भी बना. लेकिन किसानों को पैसे नहीं मिले थे. किसानों को मुआवजा प्रकरण बनने के लगभग 11 साल बाद इन्हें चेक दिया गया और फोटो भी खींचा गया लेकिन चेक के नाम पर इन्हें फर्जी डमी चेक पकड़ा दिया गया है. आज तक किसानों को असली चेक नहीं मिला है. जिससे किसान बेहद परेशान हैं.
पूर्व कांग्रेस की सरकार खुद को किसान हितैषी सरकार बताने की भले ही दम भरती रही हो, लेकिन जिले के इन पीड़ित किसानों के मायूस चेहरों को देखकर यह साफ तौर पर समझा जा सकता है कि पूर्ववर्ती सरकार में किसान कितने खुश थे. सालों से अधिग्रहित जमीन के बदले भले ही किसानों के नाम पर मुआवजा प्रकरण तो बना लिया गया, लेकिन आज तक उसका भुगतान नहीं हो पाया.
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मुआवजे की आस में सालों से भटक रहे पीड़ित किसानों ने अब कलेक्टर से गुहार लगाई है. इस मामले पर कलेक्टर ने कहा है कि जल्द ही किसानों की परेशानी दूर होगी. लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर यह लापरवाही किसकी है ? एक-एक किसान के पास 50 लाख से लेकर 1 करोड़ का डमी चेक है. लेकिन वो इसके मालिक भी हैं या नहीं ये नहीं समझ पा रहे हैं.
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