
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में अपर कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर से लेकर 34 अफसरों को कलेक्टर ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इन सभी अफसरों ने अपने काम में लापरवाही बरती है. ऐसे में नाराज हुए कलेक्टर ने सभी अफसरों को नोटिस थमा दिया है. इसके बाद जिले के अफसर-कर्मियों में हड़कंप मच गया है.
ये है मामला
जिला प्रशासन की ओर से 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है. जिसके तहत विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है. जिला स्तर के अधिकारियों को सभी कार्यक्रम में अनिवार्य रूप से उपस्थित होने के लिए आदेशित किया गया है. लेकिन 19 सितंबर को आयोजित साइकिल रैली में जिला स्तर के कई अधिकारी शामिल नहीं हुए थे. जिससे नाराज कलेक्टर ने अनुपस्थित सभी अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया.
ये अफसर भी
कलेक्टर ने जिन 34 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, इसमें जिला स्तर के 31 अधिकारी विभिन्न विभागों के हैं. इसके अलावा इसमें अपर कलेक्टर संयुक्त कलेक्टर व दो डिप्टी कलेक्टर भी शामिल हैं. इन्हें 48 घंटे के अंदर जवाब देने को कहा गया है.
19 अधिकारियों ने ही दिया है जवाब
कलेक्टर कार्यालय की ओर से पत्र क्रमांक 710 दिनांक 19 सितंबर को जारी किए गए आदेश के बाद अधिकारियों की कार्य प्रणाली को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. कलेक्टर के आदेश के 48 घंटे के बाद भी 24 सितंबर 2024 तक महज 19 विभाग के अधिकारियों ने कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया है.
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इस नियम के तहत कार्रवाई
कलेक्टर रणवीर शर्मा ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम तीन के विपरित यह कदाचार है. आम लोग इस स्वच्छता पखवाड़ा में शामिल हो रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी आदेश के बाद शामिल नहीं हो रहे हैं. कहीं ना कहीं यह राज्य शासन के आदेश की अवहेलना है. इसीलिए उनको यह कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और स्पष्टीकरण समाधान कारक नहीं होने पर उनके खिलाफ एक पक्षीय कार्रवाई की जाएगी.
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