Bastar Dussehra: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (CM Vishnu Deo Sai) ने 75 दिन तक मनाये जाने वाले देश के ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व (Bastar Dussehra Festival 2024) के सफल आयोजन के संबंध में समीक्षा बैठक ली. उन्होंने इस दौरान बस्तर दशहरा पर्व की गरिमा के अनुरूप सफलतापूर्वक आयोजन के लिए सर्व संबंधितों को सौंपे गए दायित्व का कुशलतापूर्वक निर्वहन किये जाने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री को इस दौरान बस्तर दशहरा उत्सव समिति द्वारा इसमें तिथिवार विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन के विषय में विस्तार से जानकारी दी गयी.
#बस्तर_दशहरा छत्तीसगढ़ के बस्तर में आयोजित होने वाले पारंपरिक पर्वों में से एक है जिसमें राम-रावण का जिक्र तक नहीं होता।
— SansadTV (@sansad_tv) September 27, 2022
जानिए क्यों खास है विश्व प्रसिद्ध बस्तर का दशहरा पर्व!#DurgaPuja #Navaratri #Dussehra @GoChhattisgarh @MinOfCultureGoI
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इस बार कब से कब तब मनाया जाएगा पर्व?
75 दिन तक चलने वाला बस्तर दशहरा पर्व हरेली अमावस्या के दिन पाट जात्रा पूजा विधान के साथ 4 अगस्त 2024 से शुरू हो गया है, जो कि 19 अक्टूबर 2024 तक मनाया जाएगा. यह दशहरा पर्व विभिन्न जनजातीय समुदायों की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक भावना का महत्वपूर्ण प्रतीक है.
4 अगस्त को पाट जात्रा पूजा विधान से शुरू हुए ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व 2024 के अंतर्गत 2 अक्टूबर को काछनगादी पूजा विधान, रेलामाता पूजा विधान. 5 अक्टूबर से 10 अक्टूबर तक प्रतिदिन नवरात्रि पूजा विधान, रथ परिक्रमा पूजा विधान. 12 अक्टूबर को मावली परघाव विधान, 15 अक्टूबर को काछन जात्रा पूजा विधान और मुरिया दरबार, 16 अक्टूबर को कुटुम्ब जात्रा पूजा विधान, 19 अक्टूबर को मावली माता जी की डोली की विदाई पूजा विधान आयोजित है.
आज निवास कार्यालय में ऐतिहासिक "बस्तर दशहरा पर्व" के सफल आयोजन के संबंध में समीक्षा बैठक ली।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) September 11, 2024
इस दौरान, बस्तर दशहरा की गरिमा के अनुरूप पर्व के सफल आयोजन के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को सौंपे गए दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन करने के निर्देश दिए।
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मुरिया दरबार क्या है?
मुरिया दरबार में विभिन्न जनजातीय समुदायों के प्रमुख, नेता और प्रशासनिक अधिकारी मिलकर संस्कृति, परंपरा और प्रथाओं को सहेजने और सामुदायिक मांग तथा समस्याओं पर विचार करते हैं. इस वर्ष 15 अक्टूबर 2024 को मुरिया दरबार का आयोजन किया जायेगा. मुरिया दरबार आयोजन के 10 दिन बाद बस्तर संभाग के मांझी, चालकी, मेम्बर, मेम्बरीन, पुजारी, कोटवार, पटेल, मातागुड़ी के मुख्य पुजारियों का सम्मेलन आयोजित किया जाना प्रस्तावित है.
ये भी होगा खास
बस्तर मड़ई के अंतर्गत 21 सितम्बर को सामुहिक नृत्य कार्यक्रम, 21 सितम्बर से 1 अक्टूबर तक बस्तर हाट-आमचो खाजा, 24 सितम्बर को सिरहासार परिसर मैदान में बस्तर नाचा, 27 सितम्बर को पारंपरिक लोक संगीत, 29 सितम्बर को बस्तर की कहानियां एवं हास्य कवि सम्मेलन, 30 सितम्बर को बस्तरिया नाचा जैसे कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का आयोजन होगा. 2 अक्टूबर से बस्तर दशहरा 2024 की समाप्ति तक बस्तर के पारंपरिक व्यंजन के स्टॉल लगाए जाएंगे.
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