NDTV Big Impact: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बलरामपुर में NDTV की खबर का बड़ा असर हुआ है. जिला कलेक्टर (Balrampur Collector) ने मिड-डे मील मामले में जिम्मेदारों पर एक्शन लिया है. जिला कलेक्टर ने कार्रवाई (Collector's Action) करते हुए संकुल समन्वयक राजेंद्र सिंह और प्रधान पाठक रामधनी सिंह को निलंबित कर दिया है. बता दें कि दो दिन पहले बलरामपुर (Balrampur) के एक स्कूल में बच्चों को मिड डे मील का पौष्टिक आहार देने की बजाय पीला चावल खिलाया जा रहा था. इस खबर को एनडीटीवी ने प्रमुखता के साथ उठाया था, जिसके बाद कलेक्टर ने जिम्मेदारों पर कार्रवाई की है.
बीजाकुरा गांव की स्कूल में बच्चों को खिलाया पीला चावल
बता दें कि दो दिन पहले जिले के वाड्रफनगर विकासखंड अंतर्गत बीजाकुरा गांव के प्राथमिक स्कूल पटेल पारा में बच्चों को पौष्टिक आहार की जगह पीला चावल खिलाए जाने का मामला सामने आया था. इस स्कूल में कुल 43 छात्र पढ़ रहे हैं. स्कूल में मिड-डे मील के लिए शिक्षा विभाग ने मीनू तैयार किया है, मीनू में पौष्टिक आहार तो है लेकिन, वास्तविकता में बच्चों की थाली से पौष्टिक आहार गायब है. बच्चों को न तो सब्जी दी जा रही थी और न ही दाल. इसकी जगह हल्दी वाला चावल खिलाया जा रहा था.
स्कूल को नहीं मिली सब्जियां
वहीं इस मामले में स्कूल प्रभारी प्रधान पाठक का कहना था कि मिड-डे मील के लिए उन्हें सब्जियां नहीं मिली हैं, जिसके कारण बच्चों को पौष्टिक आहार नहीं मिल पा रहा है. प्रधान पाठक के इस बयान के बाद शिक्षा विभाग की व्यवस्था पर सवाल उठने लगे थे. विभाग पर बच्चों के स्वास्थ्य से लापरवाही के आरोप लगे थे. वहीं इस पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए जिला शिक्षा अधिकारी कार्रवाई की बात कही थी.
खबर दिखाने के बाद कलेक्टर ने जांच के दिए थे आदेश
दो दिन पहले में इस मामले को NDTV ने प्रमुखता से दिखाया था, जिसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और कलेक्टर ने तत्काल इस मामले की जांच के निर्देश दिए थे. जांच टीम की रिपोर्ट में संकुल समन्वयक और प्रधान पाठक, दोनों अपने दायित्वों का अच्छे से निर्वहन नहीं करना पाया गया. विभाग द्वारा तैयार मीनू चार्ट के अनुसार बच्चों को पौष्टिक मध्यान्ह भोजन नहीं देने और लापरवाही करने के चलते कलेक्टर ने तत्काल दोनों को सस्पेंड कर दिया.
मीनू चार्ट के अनुसार मिड डे मील देने के कलेक्टर ने दिए निर्देश
इस मामले पर संकुल समन्वयक और प्रधान पाठक पर निलंबन की कार्रवाई करने के साथ ही मध्यान्ह भोजन संचालक समूह को भी टर्मिनेट किया गया है. साथ ही जिले के सभी विकासखंड में विभाग के जिम्मेदारों को सख्त निर्देश दिए गए हैं. कलेक्टर ने निर्देश दिया है कि स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को प्रशासनिक मेनू चार्ट के अनुसार ही मध्यान्ह भोजन दिया जाए. इसके साथ ही इस कार्य में लापरवाही पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई करने का भी अल्टीमेट दिया गया है.
कम सामग्री देने पर समूह पर भी होगी कार्रवाई: कलेक्टर
जिले के सभी शासकीय स्कूलों में मध्यान्ह भोजन संचालित करने वाले समूह को भी जिले के कलेक्टर ने अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि विभागीय मीनू चार्ट और मानक मात्रा से कम मध्यान्ह भोजन सामग्री, हरी साग-सब्जी नहीं देने पर मध्यान्ह भोजन संचालक एजेंसी को तत्काल टर्मिनेट कर दिया जाएगा. साथ ही वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी. स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को पौष्टिक आहार देना प्रशासन की प्राथमिकता है. इस बात का सभी को ध्यान रखना होगा.
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