Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बालोद जिला मुख्यालय के दल्ली चौक से रेलवे फाटक तक चल रहा सड़क चौड़ीकरण और डिवाइडर निर्माण कार्य पिछले तीन महीनों से अधूरा पड़ा है. ठेकेदार की लापरवाही और लोक निर्माण विभाग की उदासीनता से जनता का सब्र अब जवाब दे रहा है. काम की धीमीं रफ्तार और अधूरे निर्माण से राहगीरों व स्थानीय रहवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. धूल, कीचड़ और गड्ढों से भरी सड़क अब हादसों का कारण बन गई है.
30 अक्टूबर को चक्काजाम की चेतावनी
काम की सुस्त रफ्तार से नाराज़ बालोद नगर के रहवासियों ने पीडब्ल्यूडी कार्यालय के सामने सांकेतिक प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि 30 अक्टूबर सुबह 11 बजे तक सड़क निर्माण कार्य पुनः प्रारंभ नहीं किया गया, तो पूरे राजनांदगांव रोड पर चक्काजाम किया जाएगा. पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष विकास चोपड़ा ने कहा कि विभाग और ठेकेदार की मिलीभगत के कारण यह काम महीनों से ठप है और जनता को रोजाना धूल व कीचड़ में सफर करना पड़ रहा है. पार्षद कसीमुद्दीन कुरैशी ने बताया कि सड़क को खोदकर छोड़ देने से जल पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई है, जिससे मोहल्लों में पानी की सप्लाई बंद है. कई दोपहिया वाहन चालक फिसलकर घायल भी हो चुके हैं.इस दौरान वार्ड पार्षद निर्देश पटेल, दीपक चोपड़ा, शेख मतीन, श्याम टावरी, नवीन परिहार सहित बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे.
कलेक्टर ने देर शाम किया निरीक्षण
जनता के आंदोलन की चेतावनी के बाद देर शाम कलेक्टर दिव्या उमेश मिश्रा ने खुद मैदान संभाल लिया. उन्होंने दल्ली चौक से मधु चौक तक निर्माणाधीन सड़क का आकस्मिक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने कार्य में हो रही देरी और नागरिकों को हो रही परेशानियों पर कड़ी नाराजगी जताई. उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को तत्काल कार्य प्रारंभ करने और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए. कलेक्टर ने मौके पर ही अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि जनता की सुविधा से जुड़ा कोई भी कार्य लापरवाही से नहीं किया जाएगा.
लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी
कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि शहर की मुख्य सड़कों का निर्माण कार्य समय पर और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा होना चाहिए. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कार्य में पुनः लापरवाही पाई गई, तो संबंधित ठेकेदार और अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी. निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओ सुनील चंद्रवंशी, एसडीएम नूतन कंवर, नगर पालिका एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारी मौजूद थे.
जनता की उम्मीदें अब प्रशासन से
कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद अब लोगों को उम्मीद है कि अधूरा पड़ा सड़क निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा और लंबे समय से चली आ रही परेशानी से राहत मिलेगी. स्थानीय लोगो का यह भी कहना है कि अगर प्रशासन इस बार भी केवल “निरीक्षण” तक सीमित रहा, तो वे 30 अक्टूबर को सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे.