
Chhattisgarh Hindi News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बालोद जिले (Balod) की मुख्य सड़कों और रास्तों पर बैठे व घूमते आवारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाने के लिए कलेक्टर दिव्या मिश्रा ने बड़ा कदम उठाया है. अब सड़क पर मिले ऐसे पशुओं के मालिकों पर सीधे पशु अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई होगी. साथ ही निराश्रित और घुमंतू गौवंश की देखभाल के लिए विशेष गौधाम बनाए जाएंगे.
कलेक्टर ने दिए स्पष्ट निर्देश
कलेक्टर ने इस पहल के लिए जिले के कई स्थानों का दौरा किया. उन्होंने बालोद के आमापारा स्थित महावीर गौशाला, तांदुला जलाशय के पास का गौठान, ग्राम चुल्हापथरा की कृष्णगोपाल गौशाला का जायजा लिया. साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग के पास चिटौद स्थित चारागाह को गौधाम निर्माण के लिए चुना गया.

सड़कों से हटेंगे आवारा पशु, मालिकों के खिलाफ होगी कार्रवाई
कलेक्टर दिव्या मिश्रा ने कहा कि अगर कोई पशु मालिक अपने मवेशी सड़कों पर छोड़ते हैं, तो उन्हें चिन्हांकित कर नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी. गौठानों की व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है, ताकि ऐसे पशुओं को वहां रखा जा सके. राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग और सभी संबंधित विभाग सड़कों से पशुओं को हटाने का काम कर रहे हैं. पशु मालिकों पर सख्त कार्रवाई भी होगी, जिससे सड़क पर बैठे पशुओं की समस्या खत्म हो सके.
सड़क हादसों को रोकने के लिए उठाया गया ये कदम
जिला प्रशासन का मानना है कि यह कदम न केवल सड़क हादसों को रोकने में मदद करेगा, बल्कि गौवंश के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में भी बड़ी पहल साबित होगा.
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