
Naxalite Surrender In Telangana : छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का सफाया लगातार जारी है. एंटी नक्सल ऑपरेशन के तहत हर दिन सुरक्षा बलों को बड़ी सफलताएं मिल रही हैं. मंगलवार को सुकमा से नक्सलियों के सरेंडर मामले को लेकर बड़ी खबर है. मिली जानकारी के अनुसार, तेलंगाना पुलिस के सामने 2 एसीएम समेत 14 नक्सलियों ने हथियार डाल दिए हैं. सरेंडर किया है.
बड़ी बात ये है कि सरेंडर करने वालों में बीजापुर जिले के 13 नक्सली शामिल हैं. ये नक्सली लंबे समय से नक्सली संगठन के लिए काम कर रहे थे. छत्तीसगढ़ में नक्सली मूवमेंट में सक्रिय थे. बस्तर में फोर्स के बढ़ते दबाव के बाद नक्सलियों ने तेलंगाना राज्य में जाकर सरेंडर किया है.
जनवरी से लेकर अब तक यहां 227 नक्सलियों ने समर्पण किया
तेलंगाना पुलिस के अनुसार राज्य की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सलियों ने सरेंडर किया है. उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने संगठन के विचारों से मोहभंग होने और उसके भीतर बढ़ते आंतरिक मतभेद के कारण समाज की मुख्यधारा से जुड़कर सुरक्षित पारिवारिक जीवन जीने के लिए सरेंडर किया. इसके अलावा बस्तर के फोर्स द्वारा चलाए जा रहे आपरेशन से डरकर नक्सली मुख्यधारा में जुड़ने के उद्देश्य से पुलिस के सामने सरेंडर कर रहे हैं. जनवरी से लेकर अब तक कोत्तागुड़ेम पुलिस के सामने 227 नक्सलियों ने समर्पण किया है. जिसमें 1 डीवीसीएम, 11 एसीएम, 27 पार्टी सदस्य, 76 मिलिशिया सदस्य, 26 आरपीसी कमेटी मेंबर, 41 डीएकेएमएस, 27 सीएनएम एवं 18 जीआरडी शामिल हैं.
इन नक्सलियों ने किया सरेंडर
सोड़ी बुधरा, कलमा हिड़मे, पदाम नंदे, माड़वी जोगा, कुंजाम कोसा, लकेम सुखरमा, पोडियम हिड़मा, माड़वी मंगा, कड़ती नंदे, कुरसम समैया, माड़मा कामा, नुपो लखमा, पोड़िम जोगा व माड़वी सहदेव ने भद्रादी कोत्तागुड़ेम, सीआरपीएफ 81 व 141 वाहिनी के समक्ष सरेंडर किया.
ये भी पढ़ें- Naxal Encounter: वर्दी में रायफल के साथ बरामद हुआ महिला नक्सली का शव, लगातार जारी है नक्सल विरोधी अभियान
ये भी पढ़ें- गोंडवाना एक्सप्रेस में अचानक लापता हो गए केंद्रीय मंत्री जुएल उरांव, घायल अवस्था में 162 किमी दूर मिले