Chhattisgarh News : बलौदा बाजार के कलेक्टर दीपक सोनी गुरुवार को सरकारी कार्यालयों जायज़ा लेने निकले. उनके इस निरिक्षण में 21 अधिकारी और कर्मचारी या तो गायब मिले या देरी से पहुंचे. कलेक्टर ने सभी से जवाब तलब किया है. साथ ही समय पर कार्यालय आने के सख्त निर्देश दिए हैं. इस निरीक्षण से सरकारी कार्यों में लापरवाही सामने आ गई. कैसे कुछ अधिकारी और कर्मचारियों की गैरहाजिरी से जनता का समय बर्बाद होता है. कलेक्टर ने सुबह 10 से 10:30 बजे के बीच जनपद पंचायत बलौदा बाजार, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय और जिला पंजीयक कार्यालय का दौरा किया.
जिले के किन दफ्तरों में गए कलेक्टर ?
जनपद पंचायत कार्यालय (District Panchayat Office) के कई कर्मचारी और अधिकारी गायब थे. Additional CEO योगेश वर्मा और अन्य 12 कर्मचारी देर से पहुंचे. फिर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय (District Education Officer Office) में सहायक संचालक (Assistant Director) आरके शर्मा सहित चार कर्मचारी गायब मिले. डाटा एंट्री ऑपरेटर (Data Entry Operator) भरत लाल ने अगले दिन के लिए हस्ताक्षर कर दिए थे जिसके कारण उनका पांच दिन का वेतन काटने का आदेश दिया गया. आखिर में जिला पंजीयक कार्यालय (District Registrar Office) में उप पंजीयक (Deputy Registrar) और प्रशिक्षु अधिकारी (Trainee Officer) बिना जानकारी के गायब थे. दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी भी अनियमित पाए गए.
ये भी पढ़ें :
• स्पा सेंटर की आड़ में सेक्स रैकेट ! छापे में जो सामान मिला उसे देख पुलिस भी चौंक गई
• बॉस ने किया रेप तो लड़की ने ऑफिस में की खुदकुशी... WhatsApp ने खोले राज
• साड़ी का पल्लू कसकर महिला के साथ हैवानियत ! बदले के लिए शख्स ने पार की हदें
आखिर में कलेक्टर क्या बोले ?
कलेक्टर ने कहा कि सभी कर्मचारी समय पर कार्यालय आएं और अनुशासन का पालन करें. उन्होंने आला अधिकारियों को कड़ी निगरानी के निर्देश दिए. कलेक्टर ने गैर-मौजूद कर्मचारियों और अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि लापरवाही और अनुशासनहीनता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.