
Chhattisgarh Naxal : छत्तीसगढ़ में 20 मार्च को कांकेर और नारायणपुर जिले की सीमा पर सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच जोरदार मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में चार नक्सली मारे गए. ऑपरेशन के बाद जवानों की टीम सुबह मारे गए नक्सलियों के शव जंगल से बाहर लेकर आई. इसके बाद शव और हथियारों को जिला मुख्यालय लाया गया. मारे गए चार नक्सलियों में से दो की पहचान हो गई है. इनमें पहला है लोकेश हेमला, जो कि नक्सलियों की मिलिट्री कंपनी नंबर 5 से जुड़ा था. उस पर 8 लाख रुपये का इनाम था. दूसरा है गगन, जो प्लाटून नंबर 10 का सदस्य था और उस पर 2 लाख रुपये का इनाम था.
दो शवों की पहचान जारी
बाकी दो नक्सलियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है. पुलिस उनके बारे में जानकारी जुटा रही है. मौके से कुल पांच हथियार बरामद हुए हैं. पुलिस को शक है कि मारे गए नक्सलियों में से एक का शव नक्सली अपने साथ ले गए. इसी वजह से पांच हथियार मिले लेकिन केवल चार शव मिले. इस बड़ी कार्रवाई से सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को तगड़ा झटका दिया है. पुलिस का कहना है कि आगे भी ऐसी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी.
पुलिस ने बरामद किए ये हथियार
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने जो हथियार बरामद किए हैं, उनमें शामिल हैं-
- एक SLR (स्वचालित बंदूक)
- एक थ्री नॉट थ्री राइफल
- दो भरमार बंदूक
- एक देशी पिस्टल
- एक बीजिएल (ग्रेनेड फेंकने वाला हथियार)
- SP ने दी जानकारी
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कांकेर के वरिष्ठ SP इंदिरा कल्याण एलिसेला ने बताया कि मौके पर विजय रेड्डी और राजमन की टीम मौजूद थी. ये टीम SZC (साउथ जोनल कमेटी) का हिस्सा है. इनकी सुरक्षा में नक्सल कमांडर राजू सलाम की टीम थी. SP ने दावा किया कि मुठभेड़ काफी देर तक चली. इस दौरान और भी नक्सली घायल या मारे गए हो सकते हैं.
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