Madhya Pradesh Assembly Election 2023 : मध्य प्रदेश में विधान सभा चुनाव (MP Election 2023) को लेकर आचार संहिता लगी हुई है. इसके बावजूद भी अवैध शराब बेचने वालों के हौसले बुलंद है. इस मुद्दे को लेकर मोहीपुरा-केशरपुरा के स्थानीय ग्रामीणों एकजुट हो गए है, उन्होंने मंदिर में एकत्रित होकर इस पर अपना आक्रोश व्यक्त किया और कार्रवाई न होने पर उग्र प्रदर्शन करने की कही बात है.
कहां का है मामला?
अंजड थाना क्षेत्र के ग्राम मोहीपुरा के साथ ही केशरपुरा में महिलाओं ने अवैध शराब की बिक्री के विरोध में मोर्चा खोल दिया है. मोहीपुरा-केशरपुरा की महिलाओं और ग्रामीणों ने हनुमान मंदिर में सैकड़ों की संख्या में एकत्रित होकर शराब बंद कराने मांग की और काफी देर तक धरना दिया. स्थानीय महिलाओं और पुरुषों का कहना है कि मोहीपुरा-केशरपुरा और दतवाड़ा नर्मदा तट पर बसा हुआ है, जहां पर श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है. इसलिए गांव में शराब बिक्री बंद कराई जाए.
शराब बंदी की मांग को लेकर दे चुके हैं आवेदन
अंजड थाने पर मोहीपुरा-केशरपुरा के ग्रामीणों ने करीब एक माह पूर्व गांव में शराबबंदी कराने निर्णय लिया था. कार्यवाही करने के लिए पंचायत के प्रस्ताव ठहराव के साथ आवेदन दिया गया है. लेकिन कई लोग छिपकर शराब बनाने और बेचने का कार्य अभी भी कर रहे हैं. ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी जिस पर टीआई ने अमले के साथ शराब बनाने व बेचने वालों के घर जाकर फटकार लगाई.
केशरपुरा निवासी धर्मेंद्र सिंह मंडलोई ने बताया कि पिछले कई समय से यहां अवैध शराब का निर्माण और विक्रय किया जा रहा है. इसके खिलाफ समस्त ग्रामवासियों, विशेषकर महिलाओं के द्वारा स्थाई रूप से शराब बंदी की मांग कि जा रही है. अंजड पुलिस को इसकी शिकायत करने पर कुछ दिनों तक बिक्री बंद हो गयी थी, लेकिन अवैध शराब की बिक्री फिर शुरू हो गई है. अवैध शराब विक्रेता अहंकार में शराब बंद नहीं कर रहे हैं, हमारी मांग है कि ग्राम मोहीपुरा व केशरपुरा में अवैध शराब पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए अन्यथा हमारे द्वारा इस विषय को लेकर बडा आंदोलन किया जाएगा.
नरेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि दतवाड़ा-मोहीपुरा ओर केशरपुरा में शराब निर्माण कर शराब को बेचने का गोरख धंधा आचार संहिता के बीच खुले रूप में फल-फूल रहा है, नर्मदा नदी के किनारे व नालों में अवैध शराब का निर्माण किया जा रहा है. अभी तक गांव में अनेकों युवाओं की मौत शराब पीने के कारण हो चुकी है. रोजाना शराब के कारण घरों में झगड़े होना आम बात हो गई है. धनु बाई निवासी मोहीपुरा ने बताया कि मेरा बेटा रोज शराब पीता है, वह दो दिन से घर नहीं आया है.
महिला प्रेमबाई ने बताया कि गांव में जवान जवान लड़के शराब पीकर मर रहे हैं. दतवाड़ा, केशरपुरा और मोहीपुरा में बिकने वाली शराब को बंद करवाने के लिए हम प्रदर्शन कर रहे हैं. गांव में कई स्थानों पर अवैध शराब बिक रही है.
रत्नाबाई ने बताया कि मेरा बेटा रोजाना शराब पीकर आता है कल उसने मेरे साथ मारपीट कर गला दबा कर जान से करने का प्रयास किया और बीच बचाव करने आई बहु को भी मारपीट कर घर से बाहर भगा दिया अवैध शराब पर रोक लगनी ही चाहिए.
जिम्मेदारों का क्या कहना है?
अंजड आबकारी वृत्त प्रभारी एसआई कपिल कुमार सिंह मांगोंदीया ने फोन पर बताया कि आबकारी विभाग द्वारा नर्मदा नदी के किनारे बसे गांवों में दबिश देकर शराब माफियाओं पर कार्रवाई की जा रही है, सूचना के आधार पर संबंधित स्थानों पर अवैध शराब के कारोबारियों पर कठोर कार्रवाई की जायेगी.
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