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This Article is From Nov 18, 2023

CG News : छत्तीसगढ़ के डिप्टी CM टीएस सिंह देव का ऐलान, राजनीति में रहेंगे सक्रिय लेकिन अब नहीं लड़ेंगे चुनाव

उप-मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री पद के लिए कहा कि वे पहले नम्बर पर तो नहीं लेकिन दूसरे नंबर में हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि इस पर आला कमान को तय करना है कौन क्या होगा. एनडीटीवी से चर्चा करते हुए सिंह देव ने कहा कि एक टीम का कैप्टन का चयन तो सिलेक्शन कमेटी ही करेगी, लेकिन वह टीम में रहकर काम करना पसंद करेंगे.

CG News : छत्तीसगढ़ के डिप्टी CM टीएस सिंह देव का ऐलान, राजनीति में रहेंगे सक्रिय लेकिन अब नहीं लड़ेंगे चुनाव
अम्बिकापुर:

Chhattisgarh Election 2023 : छत्तीसगढ़ की राजनीति में टीएस सिंह देव बड़ा नाम हैं, इस समय वे प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री (T S Singh Dev Deputy Chief Minister of Chhattisgarh) हैं. वोटिंग समाप्त होने के बाद एनडीटीवी (NDTV) के रिपोर्टर ने छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम से मुलाकात कर विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की, इस दौरान उन्होंने इस बात का ऐलान कर दिया कि अब वे चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन राजनीति में सक्रिय रहेंगे. आइए जानते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा?

सीएम के सवाल पर कहा-  कैप्टन का चयन सलेक्शन कमेटी करेगी 

अम्बिकापुर के विधायक व प्रदेश के डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव ने कहा कि अब वे चुनाव नहीं लड़ेंगे. उन्होंने मुख्यमंत्री पद के लिए कहा कि वे पहले नम्बर पर तो नहीं लेकिन दूसरे नंबर में हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि इस पर आला कमान को तय करना है कौन क्या होगा. एनडीटीवी से चर्चा करते हुए सिंह देव ने कहा कि एक टीम का कैप्टन का चयन तो सिलेक्शन कमेटी ही करेगी, लेकिन वह टीम में रहकर काम करना पसंद करेंगे.

डिप्टी सीएम ने कहा कि सिलेक्शन कमेटी का यह विशेष अधिकार है कि वह कप्तान का दायित्व किसे देते हैं, लेकिन मैं टीम में रहकर कार्य करता रहूंगा. उन्होंने ने कहा कि अगर जनता उन्हें चुनती है तो वे पांच वर्षों तक पूरी तन्मयता से काम करेंगे.

सरगुजा परिवार के महाराजा हैं टीएस सिंह देव 

सरगुजा राज परिवार से ताल्लुक रखने वाले टीएस सिंह देव का पूरा नाम त्रिभुवनेश्वर शरण सिंह देव है. उनका जन्म 31 अक्टूबर 1952 को उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में हुआ था. उनके पिता का नाम स्व.मदनेश्वर शरण सिंह देव जबकि मां का नाम स्व.श्रीमती देवेन्द्रकुमारी सिंह देव है. टीएस सिंह देव की माता मध्य प्रदेश में मंत्री (Minister in Madhya Pradesh) थीं जबकि पिता मदनेश्वर शरण सिंह देव एक आईएएस (IAS) आफिसर थे और अविभाजित मध्यप्रदेश के चीफ सेक्रेटरी के पद पर थे.

टीएस सिंह देव का सरगुजा राजघराने से नाता है. वह इस राजघराने के 118वें महाराज हैं. लोग उन्हें टीएस बाबा कहकर बुलाते हैं. सरगुजा के शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी इन्हें महाराज के तौर पर इज्जत दी जाती है.

टीएस सिंह देव की कोई अपना संतान नहीं है, लेकिन उनके भतीजे आदितेश्वर शरण सिंह देव को उनके उत्तराधिकारी के तौर देखा जा रहा है. 

टीएस सिंह देव का राजनीति जीवन 

टीएस सिंह देव 1983-1988 तक नगर पालिका परिषद अम्बिकापुर के अध्यक्ष रहे. इसके पश्चात 1989 में बैकुंठपुर विधानसभा से चुनाव निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लड़े, लेकिन हार गये. इसके बाद फिर से 1995 से 1999 तक अम्बिकापुर नगर पालिक परिषद के अध्यक्ष बने. इस बीच वे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य समेत कई पदों पर रहे. वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ अस्तित्व में आया, इसके बाद 2008 में परिसीमन में अम्बिकापुर विधानसभा को सामान्य सीट घोषित कर दिया गया, जिसके बाद टीएस सिंह देव 2008 से लेकर 2018 तक अम्बिकापुर से लगातार विधायक हैं. इस बीच जब कांग्रेस विपक्ष में थी तब टीएस सिंह देव छत्तीसगढ़ शासन में नेता प्रतिपक्ष रहे. 

2018 में कांग्रेस के सरकार बनते ही टीएस सिंह देव को स्वास्थ्य एवं ग्रामीण विकास व जीएसटी मंत्री बनाया गया. वहीं 2023 विधानसभा चुनाव (CG Assembly Election 2023) से ठीक कुछ माह पहले इन्हें डिप्टी सीएम के पद पर पदस्थ कर दिया गया.

2023 में भी सिंह देव ने कांग्रेस से चुनावी मैदान पर हैं, जिसका परिणाम अभी नहीं आया है. उन्होंने ने आज एक बड़ी बात कहा है कि इस चुनाव में अगर वह जीते हैं तो 5 साल जनता की सेवा करेंगे. इसके बाद वे चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन कांग्रेस में सक्रिय रहेंगे.

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