जब पूरा देश आजादी का जश्न मना रहा था विदिशा के गांव गेहूं खेड़ी में मातम पसर गया. यहां दो बच्चों की तालाब में डूबने से मौत हो गई. ये बच्चे परिजनों को बिना बताए तालाब में नहाने गए थे और उसके बाद से वे घर नहीं लोटे. जिसके बाद परिजनों द्वारा बच्चों की तलाश की गई, बच्चों का अता पता नहीं चलने पर परिजनों ने सिविल लाइन पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई.
शिकायत के आधार पर पुलिस ने बच्चों की तलाश शुरू की. इसी दौरान गांव के तालाब में किसी शव के होने का पता चला. जिसके बाद एनडीआरएफ की टीम को सूचित किया गया और गोताखोरों की मदद से तालाब में से दो शवों को निकाला गया. इन दोनों शवों की पहचान गांव से लापता हुए दोनों बच्चे शनि पाल और ऋषभ महावर के रूप में हुई. इन दोनों शवों को पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंपा दिया गया. इस घटना से गांव में मातम का माहौल है.
आपको बता दें पिछले कुछ दिनों में इस प्रकार की घटनाओं में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. कटनी में बीते दिन भी तालाब में डुबने से 4 बच्चों की मौत ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया था .
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सिविल लाइन पुलिस ने अपील की है कि बारिश के मौसम में नदियां उफान पर होती हैं ऐसे में ग्राम वासियों को नदियों और तालाबों में नही नहाना चाहिए. पुलिस ने कहा " कई बार देखा जाता है नदियां उफान पर होने से कई ग्रामवासी नदियों और तालाबों मे नहाने का रिस्क लेते हैं जिससे बड़े हादसे हो जाते हैं हम सभी से अपील करते हैं इस तरह के रिस्क न लें ".