छत्तीसगढ (Chhattisgarh ) में इन दिनों एक भैंस की नस्ल पर संग्राम छिडा हुआ. दरअसल राजकीय पशु वन भैंसा (Buffalo) की घटती संख्या को बढाने के लिए नौ साल पहले वन विभाग के अधिकारियों ने आशा नाम की वन भैंस को क्लोनिंग करने का फैसला किया. वन विभाग की पहल पर 12 दिसंबर 2014 को क्लोनिंग से फॅर करनाल में वन भैंसा से एक मादा बच्चा पैदा हुआ जिसका नाम दीप आशा रखा गया. खूब दावे किए गए की दुनिया में पहली बार वनभैंसे की क्लोनिंग करने में सफलता मिली है. चार साल बाद अगस्त में दीप आशा को रायपुर लाया गया और जंगल सफारी में एक बाडे में रखा गया. लेकिन जैसे जैसे दीप आशा बडी हुई वो मुर्रा भैंस की तरह दिखने लगी.
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