Naxalite Surrender in MP: बालाघाट से एक बड़ी खबर आई है. यहां 14 लाख रुपये की ईनामी नक्सली सुनीता सियाम ने आखिरकार हथियार डाल दिए हैं. 22 वर्षीय सुनीता, जिसने सिर्फ 19 साल की उम्र में माओवादियों का रास्ता चुना था, अब समाज की मुख्यधारा में लौट आई है. मिशन 2026 की डेडलाइन नजदीक आने के साथ ही माओवादी संगठन बिखरते जा रहे हैं और सुनीता का आत्मसमर्पण इसी बदलाव की एक बड़ी मिसाल बन गया.