छत्तीसगढ़ में नक्सली अब सुरक्षा बलों के खिलाफ सीधे मुकाबले से बचने के लिए IED (Improvised Explosive Devices) जैसे खतरनाक विस्फोटकों का सहारा ले रहे हैं। जवानों के बढ़ते दबाव के कारण नक्सलियों की हालत कमजोर हो गई है, लेकिन वे अभी भी जंगलों में छिपकर इन घिनौने प्लान के तहत जवानों को नुकसान पहुँचाने की कोशिश कर रहे हैं.