सूरजपुर में लगभग 4 करोड़ रुपये की लागत से बने हाईटेक बस स्टैंड की हालत दिनों-दिन खराब होती जा रही है, जहां चारों ओर गंदगी, अव्यवस्था की वज़ह से यह हाईटेक बस स्टैंड अपने नाम के अनुरूप कहीं से भी दिखाई नहीं दे रहा है.
दरअसल, सूरजपुर नगर पालिका में लगभग ढाई साल पहले करोड़ों रुपये की लागत से नवीन हाई टेक बस स्टैंड का निर्माण किया गया था. वहीं, बस स्टैंड तो हाई टेक नहीं बना, लेकिन यात्रियों की मुसीबत जरूर बढ़ गई है. एक तरफ जहां हाई टेक बस स्टैंड में गंदगी का अंबार है. वहीं अवारा मवेशी घूमते नज़र आते हैं. यहां पीने के पानी की असुविधा का आलम है. ऐसे में एक पुलिस सहायता केंद्र का उद्घाटन किया गया, जिसका ताला आज तक नहीं खुला.
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नतीजा यह है कि पूरे बस स्टैंड में सीसीटीवी तो हैं लेकिन उनके केबल गायब हैं. पुलिस व्यवस्था के अभाव में हाई टेक बस स्टैंड चोर और असामाजिक तत्वों का अड्डा बनता जा रहा है, जिस कारण यात्री भी बस स्टैंड की जगह सड़कों के किनारे बसों का इंतजार करते हैं. ऐसे में बस स्टैंड में एक भी दुकान नहीं है. ऐसे में बस स्टैंड के एजेंट और स्थानीय लोग हाई टेक बस स्टैंड को सुविधायुक्त और सुरक्षित बनाने के लिए पुलिस और नगरपालिका प्रशासन से गुहार लगाते आ रहें हैं. लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं.
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भाजपा शासनकाल में नगर के हाईटेक बस स्टैंड निर्माण का प्रस्ताव किया गया था. वहीं, सरकार बदलते ही 3 साल पहले हाईटेक बस स्टैंड को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों उद्घाटन करा अमली जामा पहना दिया गया, लेकिन हाईटेक बस स्टैंड अपने नाम के अनुसार कब तक दिखेगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा.