Lionel Messi Insurance Policy: जब लियोनेल मेसी जैसे दिग्गज भारत आते हैं, तो फैंस की सबसे बड़ी ख्वाहिश यही होती है कि उन्हें मैदान पर खेलते देखा जाए. लेकिन इस बार मेसी के भारत दौरे में फैंस का यह सपना अधूरा ही रहने वाला है. वजह कोई थकान या उम्र नहीं, बल्कि उनका बेहद महंगी इंश्योरेंस पॉलिसी है, जो उन्हें भारत में फुटबॉल मैच खेलने से रोक रही है. जानें क्या है ये पॉलिसी और इसके नियम...
भारत में कोई मैच नहीं खेलेंगे मेसी
लियोनेल मेसी शनिवार को तीन दिन के खास दौरे पर भारत पहुंचे हैं. इस टूर में कोलकाता, हैदराबाद, मुंबई और नई दिल्ली शामिल हैं. इस दौरान मेसी अलग-अलग क्षेत्रों के दिग्गजों के साथ मंच साझा करेंगे और फैंस से मिलेंगे, लेकिन यह दौरा सिर्फ मीट-एंड-ग्रीट तक ही सीमित है. इस दौरान वे कोई भी फुटबॉल मैच नहीं खेलेंगे. फैंस ने मेसी को एक-दो दफा फुटबॉल को कीक मारते हुए देखा होगा, लेकिन वो पूरा मैच नहीं खेलेंगे.
फैंस की उम्मीदों पर फिरा पानी
भारत में करोड़ों फुटबॉल प्रेमी मेसी को पूरा मैच खेलते देखने की उम्मीद लगाए बैठे थे. हालांकि, मौजूदा शेड्यूल में न तो कोई क्लब मैच है और न ही इंटरनेशनल मुकाबला. इसी वजह से 38 साल के मेसी इस दौरे में मैदान पर उतरते नजर नहीं आए.
इंश्योरेंस बना सबसे बड़ी वजह
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेसी के पास दुनिया की सबसे महंगी एथलीट इंश्योरेंस पॉलिसी में से एक है. चर्चा यह भी रही है कि उनके बाएं पैर का इंश्योरेंस करीब 900 मिलियन डॉलर यानी लगभग 81.5 अरब रुपये का है. इतनी बड़ी रकम के चलते मेसी बिना आधिकारिक मैच के मैदान पर नहीं उतर सकते.
क्यों जरूरी है यह इंश्योरेंस?
यह इंश्योरेंस मेसी को ऐसी चोट से होने वाले नुकसान से बचाता है, जो उनके करियर को खतरे में डाल सकती है. इस पॉलिसी में एक नियम ये भी है कि वे केवल अपने देश अर्जेंटीना या अपने क्लब इंटर मियामी के लिए ही खेल सकते हैं, न कि किसी अन्य अनौपचारिक मुकाबले में. यदि वे ऐसा करते है, तो इंश्योरेंस पॉलिसी के हकदार नहीं होंगे.
ये भी पढ़ें- नितिन नबीन BJP राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त
एग्जीबिशन मैच क्यों नहीं खेलते मेसी?
इंश्योरेंस पॉलिसी एग्जीबिशन या फ्रेंडली मैचों को कवर नहीं करती. अगर ऐसे किसी मैच में खिलाड़ी घायल हो जाए, तो उसे लाखों डॉलर के मुआवजे से हाथ धोना पड़ सकता है. यही कारण है कि मेसी भारत में किसी भी तरह का मैच खेलने का जोखिम नहीं ले रहे हैं.
माइकल जॉर्डन का अलग था कॉन्ट्रैक्ट!
दिलचस्प बात यह है कि बास्केटबॉल के महान खिलाड़ी माइकल जॉर्डन के कॉन्ट्रैक्ट में ‘लव ऑफ द गेम' नाम का खास क्लॉज था. इसके तहत वे अपनी टीम की अनुमति के बिना कहीं भी और किसी के साथ भी खेल सकते थे. चोट लगने की स्थिति में भी उन्हें पूरा भुगतान मिलने की गारंटी थी.
ये भी पढ़ें- क्लासरूम को बनाया बेडरूम! कुर्सी पर ही पैर पसारकर सो गए मास्टर साहब; बच्चों से धुलवाए बर्तन- VIDEO VIRAL
मेसी का दौरा, यादें लेकिन बिना मैच
भले ही मेसी भारत में फुटबॉल नहीं खेलेंगे, लेकिन उनकी मौजूदगी ही फैंस के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है. तस्वीरें, मुलाकातें और मंच साझा करने के पल लंबे समय तक याद रखे जाएंगे, भले ही मैदान पर उनका जादू इस बार देखने को न मिले.