
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की एक टीम आज शाजापुर जिला अस्पताल पहुंची, कायाकल्प अभियान के तहत पियर असेसमेंट के लिए पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिला अस्पताल के विभिन्न वार्डों में जाकर व्यवस्थाओं को देखा और मरीजों को दी जाने वाली सुविधाएं और उपलब्ध संसाधनों के बारे में जानकारियां जुटाई. स्वास्थ्य विभाग की टीम के दौरे को देखते हुए जिला अस्पताल में अधिकारी कर्मचारी मुस्तैद दिखे, शाजापुर जिला अस्पताल में 200 बेड स्वीकृत है और तीन मंजिला नवीन अस्पताल भवन के साथ आधुनिक संसाधन होने के बावजूद जिला अस्पताल अपनी बदइंतजामी के लिए अक्सर सुर्खियों में रहता है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारियों के दौरे के दौरान सिविल सर्जन डॉ बीएस मैना, डॉ एस डी जायसवाल, डॉक्टर सचिन नायक सहित अस्पताल के तमाम आला डॉक्टर और स्टाफ मौजूद रहा.
अधिकारियों के सामने सफाई में जुटे रहे कर्मचारी
जिला अस्पताल में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की टीम के दौरे को देखते हुए आज अस्पताल में चकाचक व्यवस्थाएं दिखाने की कोशिश की गई, पुराने अस्पताल भवन के महिला सर्जिकल वार्ड में कई मरीज भर्ती थे तो इसी वार्ड में रंगाई पुताई का काम भी जारी था. जिससे मरीजों को असुविधा भी हो रही थी. जिस समय टीम अस्पताल का दौरा कर रही थी उसे समय एनडीटीवी ने देखा कि सफाई कर्मचारी अलग-अलग इलाकों में सफाई में जुटे थे अस्पताल के बाहर मरीजों को ले जाने वाले स्ट्रेचर पर साफ और धुली हुई चद्दर दिखाई दी जबकि रूटीन में इन स्ट्रेचर पर चद्दर ही नहीं रहती, अस्पताल भवन के गेट पर बाकायदा रंगोली भी बनाई गई थी जिला अस्पताल में इलाज करवाने आए मरीज राजेश भरड़ का कहना था कि सिर्फ अधिकारी के दौरे के वक्त यह व्यवस्थाएं दुरुस्त रहती है बाकि टाइम तो सब राम भरोसे चलता है.
क्या होता है कायाकल्प पियर असेसमेंट?
शासकीय अस्पतालों में स्वच्छता, संक्रमण नियंत्रण और मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने के उद्देश्य से साल 2015 से यह योजना प्रारंभ की गई थी जिसके तहत अस्पतालो में गुणवत्ता और मानकों के अनुरुप सेवाएं प्रदाय किए जाने वाले अस्पतालों को राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर क्वालिटी सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है और पुरस्कृत किया जाता है, जिसके तहत अस्पताल का रख-रखाव, वेस्ट मैनेजमेंट तथा संक्रमण नियंत्रण, हाइजीन प्रमोशन सपोर्ट सर्विस सहित कई मानकों के आधार पर स्कोरिंग की जाती है, सबसे पहले इंटरनल असेसमेंट होता है उसके बाद पियर असेसमेंट होता है और फिर एक्सट्रनल असेसमेंट होता है .
अधिकारी बोले सफाई की कमी दिखी
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की टीम के सामने जिला अस्पताल के डॉक्टर कर्मचारी अस्पताल को चकाचक बताने में जुटे रहे लेकिन नतीजा सिफर ही रहा, अस्पताल के दौरे पर पहुंचे डॉक्टर गोपाल कटारे ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि अस्पताल में और भी साफ सफाई की आवश्यकता है फिलहाल सफाई व्यवस्था थोड़ी कमजोर है, हालाकि पियर असेसमेंट को लेकर डॉक्टर गोपाल ने कहा कि कायाकल्प योजना के सभी तय मानकों के अनुरूप स्कोरिंग चार्ट बनना है जिसके तहत अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया है .