बैडमिंटन स्टार आकर्षी कश्यप अपनी मेहनत और लगन से देश और दुनिया में बैडमिंटन खिलाड़ी के रूप में छत्तीसगढ़ की पहचान बन चुकी हैं. 22-वर्षीय आकर्षी का जन्म दुर्ग निवासी डॉक्टर के घर में हुआ. 5-सदस्यीय परिवार की सदस्य आकर्षी का खेल प्रेम बचपन से ही परवान चढ़ने लगा था, और वह बचपन में अपने दादा के साथ मैदान में जाकर फुटबॉल खेला करती थी. फिर, 8 साल की उम्र से आकर्षी ने बैडमिंटन खेलना शुरू किया, और अब तक वह कॉमनवेल्थ गेम्स मिक्स्ड में देश के लिए सिल्वर मेडल जीत चुकी हैं, और उनकी वर्ल्ड बैडमिंटन रैंकिंग 42 है.
बैडमिंटन कैसे बना शौक
आकर्षी कश्यप बताती हैं - बचपन से ही स्पोर्टी रहीं, दादा जी दुर्ग के खेल मैदान में ले जाते थे, और वह फुटबॉल खेलती थीं. खेलों में रुचि देख मम्मी-पापा ने बैडमिंटन खेलने की सलाह दी. आकर्षी ने यह भी बताया, शुरू से ही 'डिसिप्लिन्ड गर्ल' रही हूं. जब तीसरी क्लास में थी, 8 साल की उम्र थी, तब बैडमिंटन खेलना शुरू किया था.
"कॉमनवेल्थ गेम्स में चयन जीवन की सबसे बड़ी ख़ुशी..."
बैडमिंटन के कोर्ट में आकर्षी की उड़ान वर्ष 2014 में परवान चढ़ी, जब अंडर-13 नेशनल गेम्स उन्होंने गोल्ड मेडल जीता. सबसे ज़्यादा दिलचस्प पहलू यह था, जिस दिन, यानी 24 अगस्त को आकर्षी को गोल्ड मेडल हासिल हुआ, वह उनका जन्मदिन भी था. इसके बाद 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में क्वालिफाई होने के लिए जब लगातार 7 मैच जीते, तो वह आकर्षी को अब तक सबसे बड़ी खुशी लगता है. फिर उन्होंने देश के लिए सिल्वर मेडल जीता.
आकर्षी की बैडमिंटन में उड़ान
2022
- कॉमनवेल्थ गेम्स, बर्मिंघम, मिक्स्ड टीम - सिल्वर मेडल
- कॉमनवेल्थ गेम्स, बर्मिंघम, इंडिविज़ुअल - 5वीं पोज़िशन
- एशिया टीम चैम्पियनशिप, मलेशिया - पार्टिसिपेशन
- एशिया चैम्पियनशिप, फिलीपीन्स - पार्टिसिपेशन
- थॉमस एंड उबर कप, थाईलैंड - पार्टिसिपेशन
2020
- युगांडा इंटरनेशनल – रनर-अप
- केन्या इंटरनेशनल - विनर
- छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गुंडाधुर अवार्ड
2019
- साउथ एशियन गेम्स, नेपाल – विनर
- खेलो इंडिया यूथ गेम्स - विनर
- 83वीं सीनियर नेशनल बैडमिंटन चैम्पियनशिप - पार्टिसिपेशन
- 74वां इंटर-स्टेट इंटर-ज़ोनल टूर्नामेंट, मिक्स्ड टीम - विनर
2018
- 43वीं जूनियर नेशनल बैडमिंटन चैम्पियनशिप, अंडर-19 - विनर
- 18वें एशियन गेम्स, जकार्ता (इंडोनेशिया) - पार्टिसिपेशन
- बुल्गारियन इंटरनेशनल बैडमिंटन चैम्पियनशिप – रनर-अप
- इंडियन जूनियर ग्रां प्री इंटरनेशनल चैम्पियनशिप - विनर
- बैडमिंटन एशिया जूनियर चैम्पियनशिप, इंडोनेशिया - पार्टिसिपेशन
2017
- 42वीं जूनियर नेशनल बैडमिंटन चैम्पियनशिप, अंडर-19 - विनर
- 42वीं जूनियर नेशनल बैडमिंटन चैम्पियनशिप, अंडर-17 - विनर
- साउथ एशियन रीजनल टूर्नामेंट, अंडर-21 - विनर
- साउथ एशियन रीजनल टूर्नामेंट, इंडिविज़ुअल - रनर-अप
- 81वीं सीनियर नेशनल चैम्पियनशिप, बिहार - ब्रॉन्ज़ मेडल
- बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड जूनियर चैम्पियनशिप, इंडोनेशिया - पार्टिसिपेशन
- छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शहीद कौशल यादव अवार्ड
2016
- 41वीं जूनियर नेशनल बैडमिंटन चैम्पियनशिप, अंडर-17 - विनर
- 41वीं जूनियर नेशनल बैडमिंटन चैम्पियनशिप, अंडर-19 - रनर-अप
- एशियन बैडमिंटन, इंडोनेशिया, अंडर-17 - ब्रॉन्ज़ मेडल
- वर्ल्ड जूनियर चैम्पियनशिप, स्पेन - पार्टिसिपेशन
2015
- 29वीं सब-जूनियर नेशनल चैम्पियनशिप, अंडर-15 - विनर
आकर्षी कश्यप का कहना है, "हर खिलाड़ी की तरह मेरा सपना भी ओलिम्पिक जाकर देश के लिए मेडल जीतना है... क्वालिफायर के लिए तैयारी कर रही हूं, और अगले साल अप्रैल तक क्वालिफाई होना है, जिसके लिए टूर्नामेंट खेलने होंगे... अगर मेरी वर्ल्ड रैंकिंग सुधर जाती है, यानी 42वीं से 16वीं तक हो जाती है, तो मैं सीधे क्वालीफाई हो जाऊंगी... देश में अभी पी.वी. सिन्धु की 15वीं रैंक है, सो, ओलिम्पिक के लिए मुझे कड़ी मेहनत करनी है..."
सभी खिलाड़ियों के लिए आकर्षी का संदेश यही है - "खेल में हार-जीत लगी ही रहती है... कामयाबी के लिए छोटे-छोटे लक्ष्य तय करें... उनमें जीतेंगे, तो खुद मोटिवेट हो पाएंगे... जब तक आप जीतते रहते हैं, सभी साथ देते हैं, लेकिन जब हारने लगते हैं, लोग भी कमेंट करने लगते हैं, इसलिए सेल्फ मोटिवेशन बेहद ज़रूरी है..."
आकर्षी कश्यप जल्द बनेंगी DSP
राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करने पर छत्तीसगढ़ सरकार ने आकर्षी कश्यप को DSP पद अवॉर्ड किया है, जिसकी प्रक्रिया चल रही है. फिलहाल आकर्षी नौकरी से ज़्यादा खेल पर फोकस करना चाहती हैं.