
मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में स्त्री रोग डॉक्टरों का अभाव होने के कारण आए दिन गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं की मौत के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार पन्ना जिले के देवेंद्रनगर थाना क्षेत्र के गांव मड़इयन के रहने वाले राजबहादुर पटेल और उनकी पत्नी गुड़िया पटेल के घर में पहली बार खुशियां आने को थीं और लेकिन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते खुशियां मातम में बदल गई.
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मृत गुड़िया पटेल के जेठ राजा भैया पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि 13 अगस्त की रात लगभग 1 बजे प्रसव पीड़ा के कारण गुड़िया पटेल को देवेंद्रनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था. जहां पर कोई भी स्त्री रोग डॉक्टर न होने के बावजूद वहां पर मौजूद स्टाफ नर्सों और स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा उन्हें रोककर रखा गया और उनका प्रसव कराया गया.
मगर उपचार के अभाव में और स्त्री रोग डॉक्टर्स की कमी के कारण गर्भवती महिला गुड़िया पटेल ने नवजात को जन्म देते ही दम तोड़ दिया. रक्त स्राव को रोकने में देवेंद्र नगर समुदाय स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी नाकाम रहे. अपनी नाकामी छुपाने के लिए आनन-फानन में आज सुबह 6 बजे महिला को नाजुक हालत में जिला अस्पताल पन्ना के लिए रेफर कर दिया गया.
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पन्ना जिला अस्पताल पहुंचते ही रास्ते में ही महिला गुड़िया पटेल ने दम तोड़ दिया. नवजात बच्ची को गोद में लेकर और शव के साथ परिवार के लोग गांव पहुंचे. परिवार के लोगों ने बताया कि यह मौत देवेंद्रनगर समुदाय स्वास्थ्य केंद्र में ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारियों और डॉक्टरों की लापरवाही के कारण हुई है. अगर समय पर महिला को सही उपचार मिलता तो आज उनके परिवार में खुशियों की जगह मातम नहीं होता. परिवार के लोगों ने लापरवाह स्वास्थ्य कर्मचारियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग की है. इस पूरे मामले पर पन्ना के सीएमएचओ ने जांच के आदेश दिए हैं.