
Balaghat News in Hindi: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बालाघाट जिले में लायसेंसी देसी और विदेशी शराब की दुकानों के बावजूद गांव-गांव में अवैध रूप से कच्ची, देसी और विदेशी शराब का विक्रय धड़ल्ले से जारी है. इससे ना केवल गांव का माहौल खराब हो रहा है, बल्कि गांव के युवा भी नशे की ओर कदम बढ़ा रहे हैं. यही नहीं, घरों में शराब के कारण आए दिन विवाद होते रहते हैं. गांव में शराबंदी के खिलाफ एकजुट हुई महिलाओं ने बताया कि गांव में कच्ची शराब निकालने वाले को 50 हजार, पीने वाले को 25 हजार और अवैध शराब की जानकारी देने वाले को 5 हजार रुपये इनाम दिया जाएगा.
प्रशासन से की शराबबंदी की मांग
बालाघाट जिले के किरनापुर थाना अंतर्गत गोदरी गांव में देसी-विदेशी और कच्ची शराब का अवैध रूप से विक्रय किया जा रहा है. इसको लेकर महिलाएं कलेक्ट्रेट पहुंची. यहां उन्होंने हस्तलिखित ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन को गोदरी में अवैध रूप से बिक रही शराब को बंद किए जाने की मांग की. सरपंच तनुजा राजपाल ने बताया कि गांव में लगभग 11 से 12 लोग अवैध रूप से शराब बिक्री का काम करते हैं, जिसे बंद कराने के लिए थाने में आवेदन भी दिया. लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हुई. जिसके कारण उन्होंने कलेक्ट्रेट का रुख किया.
बच्चों और परिवार पर गलत प्रभाव - हिरकनबाई
महिला हिरकनबाई ने बताया कि गोदरी में अवैध रूप से देशी-विदेशी और कच्ची शराब का विक्रय हो रहा है. इससे बच्चों और परिवार पर गलत असर पड़ रहा है. परिवार में भी आए दिन शराब के कारण मारपीट और विवाद जैसी स्थिति पैदा हो रही है. उन्होंने कहा, 'हम चाहते है कि गांव में पूर्णतः शराबंदी की जाए, जिससे गांव के माहौल को दूषित होने से बचाया जा सके.'
ये भी पढ़ें :- Ladli Behna Yojana: कैसे लें लाडली बहना योजना का लाभ, यहां देखें हितग्राही बनने की पूरी जानकारी
पुलिस नहीं दे रही साथ
महिलाओं ने आरोप लगाया कि इस मामले में संबंधित थाना पुलिस से शिकायत करने पर वे कहते हैं कि हमें 10 बॉटल दारू पकड़कर दिखाओ, तब हम कार्रवाई करेंगे. पुलिस के इस जवाब से निराश महिलाओं ने अब प्रशासन का दरवाजा खटखटाया है.
ये भी पढ़ें :- CG Politics : छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को बड़ा झटका, एक साथ 31 नेताओं ने ज्वॉइन की BJP; देवभोग की सियासत गर्म