Women Workers Protest: बैतूल जिले में कामकाजी महिलाओं का गुस्सा आज खुलकर सामने आया. अमरावती की टेक्नो क्राफ्ट फैशन लिमिटेड कंपनी में काम करने वाली सैकड़ों महिला कर्मचारियों ने कम वेतन और लगातार हो रहे शोषण के विरोध में पहले कंपनी परिसर में आवाज उठाई और फिर बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचकर कार्रवाई की मांग की. तीन वर्षों से वेतन, काम के घंटे और अधिकारों को लेकर परेशान चल रहीं इन महिलाओं ने आज प्रशासन के सामने अपना दर्द रखा.
कंपनी परिसर में ही शुरू हुआ विरोध
डहरगांव स्थित टेक्नो क्राफ्ट फैशन लिमिटेड में सिलाई मशीन ऑपरेटर के रूप में काम करने वाली लगभग पांच सौ महिलाएं सुबह से ही कंपनी में विरोध प्रदर्शन करती नजर आईं. कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें लंबे समय से नियमों के खिलाफ काम करवाया जा रहा है, लेकिन कंपनी उनकी बात सुनने के बजाय दबाव बनाती रहती है.
तीन साल से मिल रहा कम वेतन
महिलाओं का आरोप है कि वे कुशल कर्मचारी होने के बावजूद उन्हें सिर्फ 6 हजार रुपये वेतन दिया जा रहा है. इसके उलट कंपनी उनसे यह कहलवाती है कि उन्हें 15 हजार रुपये मिलता है, ताकि दस्तावेजों में शिकायत न दिखे. महिलाओं ने बताया कि पिछले तीन साल से वेतन बढ़ाने का कोई प्रयास नहीं किया गया है.
ज्यादा काम, भोजन के लिए सिर्फ 15 मिनट
कर्मचारियों का कहना है कि उनसे रोज 9 से 10 घंटे तक काम करवाया जाता है, लेकिन भोजन के लिए केवल 15 मिनट का समय दिया जाता है. इससे वे न सिर्फ शारीरिक रूप से थक जाती हैं, बल्कि मानसिक दबाव भी झेलना पड़ता है. उनके अनुसार कंपनी श्रम कानूनों की खुलेआम अनदेखी कर रही है.
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मैनेजर पर वादाखिलाफी का आरोप
महिलाओं ने यह भी बताया कि करीब आठ महीने पहले मैनेजर ने वेतन वृद्धि का आश्वासन दिया था, लेकिन उस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. कर्मचारियों का कहना है कि वे आर्थिक और मानसिक शोषण का लगातार सामना कर रही हैं और अब उनकी सहनशीलता की सीमा टूट चुकी है.
कलेक्ट्रेट पहुंचकर की कार्रवाई की मांग
सैकड़ों महिलाओं ने आज कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन दिया और उनसे हस्तक्षेप करने की मांग की. उनका कहना है कि वे सिर्फ अपना हक चाहती हैं न कम, न ज्यादा. उन्होंने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई कर उन्हें नियमानुसार वेतन और सुरक्षित कार्य वातावरण दिलाने की मांग की.
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कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
महिलाओं की शिकायत पर कलेक्टर ने श्रम विभाग को तुरंत जांच शुरू करने के निर्देश दिए. लेबर इंस्पेक्टर ने बताया कि कम वेतन और कानून उल्लंघन की शिकायत मिली है, जिसकी जांच की जाएगी और कर्मचारियों को उनका अधिकार दिलाया जाएगा.