
Madhya Pradesh News: कहा जाता है कि लोकतंत्र की व्यवस्था में जन प्रतिनिधि का पद सबसे बड़ा होता है. आखिर ऐसा हो भी क्यों ना, लोकतंत्र में जनता का राज होता है और जनता जिसे चुनेगी वो सर्वोपरि तो होना ही चाहिए, लेकिन विदिशा जिले के एक विधायक को एसडीएम के पैरों में गिरना पड़ गया. आपको ये सुनने में बेशक अजीब लगे लेकिन विदिशा जिले की सिरोंज सीट के विधायक को ऐसा ही करना पड़ गया. सिरोंज विधानसभा से भाजपा विधायक (BJP-- MLA) उमाकांत शर्मा अपनी विधानसभा में जल संकट की समस्या को लेकर ग्रामीणों के साथ एसडीएम के पास गए. यहां पहुंचकर विधायक ने पहले एसडीएम को अपनी समस्याओं के बारे में बताया, फिर वो उनके आगे गिड़गिड़ाने लगे और अंत में उन्होंने अपने शहर की समस्याओं को दूर करने के लिए एसडीएम के पैर पकड़ लिए.
30 से 40 बार आवेदन के बाद भी कुछ नहीं हुआ
विधायक उमाकांत शर्मा ने कहा कि शहर में पानी की समस्या है. इसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों को 30 से 40 बार आवेदन दे चुका हूं, जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो अधिकारियों के पैर पड़कर ही उनसे अपनी विधानसभा की समस्याओं का समाधान करवा लूं. अब विधायक का पैर पड़ने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
सिरोंज विधानसभा विधायक उमाकांत शर्मा का एसडीएम हर्षल चौधरी का पैर पड़ने वाला वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. वहीं कई लोग भाजपा विधायक पर सवाल खड़े करते नजर आए अपनी ही सत्ता में विधायक जी अधिकारियों के पैर पड़ रहे हैं तो जनता की क्या सुनवाई होती होगी.
विदिशा जिले की सिरोंज विधानसभा में जल संकट की समस्या को लेकर ग्रामीणों के साथ एसडीएम के पास पहुंचे और उनके आगे गिड़गिड़ाए. अपने शहर की समस्याओं को दूर करने के लिए एसडीएम के पैर तक पकड़ लिए.#ndtvmpcg #madhyapradesh #vidisha #bjp4mp pic.twitter.com/buP4umJAS7
— NDTV MP Chhattisgarh (@NDTVMPCG) February 28, 2024
ठेकेदारों पर लगे संरक्षण देने के आरोप
विधायक उमाकांत शर्मा यही नहीं रुके उन्होंने नल जल योजना पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा लोक स्वास्थ यांत्रिक विभाग द्वारा ठेकेदारों को संरक्षण दिया जा रहा है. ठेकेदारों पर विभाग कार्यवाही से बचाता है नल जल योजना का कार्य कर रहे ठेकेदार अधिकारियों से मिलकर इस योजना में धांधली कर रहे है बहुत सारे ग्राम ऐसे हैं जहां आज भी ग्रामीण नल जल योजना का लाभ नहीं ले पा रहे हैं.
विधायक उमाकांत ने कहा जिले के कुछ अधिकारी अब अधिकारी नही रहे वो नेता बन गए हैं. अधिकारियों का काम छोड़कर वो नेता बनने में लगे हुए हैं. वहीं ठेकेदारों को बचाने का काम अधिकारी करते हैं. अगर अधिकारी से कोई कुछ कहता है तो उस पर एफआईआर की धमकी दी जाती है.
एसडीएम के जवाब पर विधायक जी ने दागा सवाल
विधायक जी आप चार- पांच गांव का नाम बता दो, मैं चुनाव के पहले इन गांव में पानी की समस्या दूर करने का प्रयास करूंगा. विधायक ने कहा एसडीएम आप हो यह काम आपका है, किस गांव में पानी की समस्या है पता करवाइए और पानी की समस्या को दूर कीजिए.