
रीवा में पिछले दो दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ था. कभी धूप कभी छांव, लेकिन बुधवार दोपहर 3 से तेज बारिश का दौर जारी हो गया, जो लगभग आधे घंटे तक चलता रहा. इसके चलते शहरों में रहने वाले लोगों ने राहत की सांस ली. वहीं, गांव में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. सबसे बुरा हाल मंडी में नजर आया, जहां गेहूं की खरीदारी का दौर जारी है.
गेहूं खुले में रखे हैं, जिससे गेहूं काफी भीग गया. हालांकि प्रशासन गेहूं को भीगने से रोकने के प्रयास में भी जुटा नजर आया. किसान भी मानते हैं, इस बारिश से कोई बहुत नुकसान नहीं होगा, लेकिन अगर दोबारा बारिश हुई तो गेहूं बेकार हो जाएगा, फिर वह केवल मवेशियों के काम ही आएगा.
शिवपुरी में हुआ जलभराव
वहीं, शिवपुरी जिले में अप्रैल महीने में आई बाढ़ से तुलसी नगर कॉलोनी के कई मकान पानी में डूब गए. बाढ़ के पानी में एक महीने पहले डाली गई पक्की सड़क भी पूरी तरह से उखड़ कर बर्बाद हो गई. बारिश ने प्रशासनिक के दावों और भ्रष्टाचार की पोल खोल दी. वहीं, नगर पालिका द्वारा बिछाई गई मणि खेड़ा जलावर्धन योजना के तहत पाइपलाइन फूट गई. इस पाइपलाइन के फूटने से न केवल हजारों गैलन पानी बर्बाद हो गया, बल्कि कई बस्तियों में पानी भर जाने से लोगों को परेशानी के हालातो से गुजरना पड़ा. इसके साथ हाल ही में एक महीने पहले डाली गई सीसी सड़क भी इस पाइपलाइन के फूट जाने से उखड़ कर पूरी तरह बर्बाद हो गई.
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