
Vikram University Negligence : पता नहीं इन दिनों उज्जैन में स्थित विक्रम यूनिवर्सिटी क्यों चर्चा में है. ये चर्चा अच्छे काम को लेकर नहीं बल्कि लापरवाही को लेकर हो रही है. रतलाम के शासकीय वाणिज्य महाविद्यालय (Government Commerce College) में पढ़ने वाले बीकॉम द्वितीय वर्ष (B.Com 2nd Year) के 100 से अधिक छात्रों को एक ही विषय में शून्य अंक दिए गए थे. यह मामला 19 जून को सामने आया था. काफी विरोध हुआ. अब ऐसा ही एक और घटनाक्रम सामने आ गया.
दरअसल, विक्रम यूनिवर्सिटी एक बार फिर परीक्षा परिणामों को लेकर विवादों में घिर गई है. बीकॉम द्वितीय वर्ष की परीक्षा में रतलाम जिले की 25 छात्राओं को फाउंडेशन और इलेक्टिव विषयों में शून्य अंक दिए गए हैं. छात्राओं का कहना है कि उन्होंने उत्तर पुस्तिकाएं पूरी तरह से भरी थीं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें जीरो नंबर मिले हैं. इस गलती को लेकर अब छात्राओं में गहरा आक्रोश है.
छात्राओं ने आरोप लगाया कि यह यूनिवर्सिटी की लापरवाही या सिस्टम की गंभीर खामी का नतीजा है. उनका कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की त्रुटि हुई हो. पिछले वर्षों में भी बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं को शून्य या गलत अंक देकर मानसिक तनाव में डाला गया.
कुलपति के नाम सौंपा गया ज्ञापन, पुनर्मूल्यांकन की मांग तेज
प्रभावित छात्राओं ने विक्रम यूनिवर्सिटी के कुलपति के नाम ज्ञापन सौंपा है और जल्द से जल्द उत्तर पुस्तिकाओं के पुनर्मूल्यांकन की मांग की है. उनका कहना है कि यदि समय रहते सुधार नहीं किया गया, तो वह आंदोलन के लिए बाध्य होंगी. यूनिवर्सिटी प्रबंधन की चुप्पी ने इस मामले को और गंभीर बना दिया.
लगातार हो रही ऐसी लापरवाहियों से विक्रम यूनिवर्सिटी की साख पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. रतलाम के शैक्षणिक विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार की व्यवस्थागत गड़बड़ियां छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हैं और यूनिवर्सिटी प्रशासन को जवाबदेह बनाना जरूरी है.
19 वाणिज्य महाविद्यालय से आया था ऐसा ही चौकाने वाला मामला
19 जून को रतलाम के शासकीय वाणिज्य महाविद्यालय से जो खबर निकलकर आई तो विवि प्रशासन की लापरवाही को लेकर हर तरफ चर्चा होने लगी. मामला ये था कि कॉलेज की बीकॉम द्वितीय वर्ष के 100 से अधिक छात्रों को एक ही विषय में शून्य अंक दिए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. नाराज छात्रों ने विक्रम विश्वविद्यालय (Vikram University) प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कुलपति के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा था.
जानें क्या बोलीं रतलाम गर्ल्स कॉलेज की प्राचार्या?

इस मुद्दे पर डॉ. मंगलेश्वरी जोशी (रतलाम गर्ल्स कॉलेज प्रिंसिपल) ने कहा MET के अंतर्गत जो मार्क्स निर्धारित हैं, वो मार्क्स नहीं पाए जाने के कारण शून्य दर्शाया गया. मुझे जैसे ही इस विषय पर पता चला, तो हमने अपने रिकॉर्ड को चेक किया. विवि को मेल किया. परीक्षा नियंत्रक को जानकारी दी गई. उन्हे मेल करने के बाद छात्राओं को भी सूचित किया. सारी जानकारी लेने के बाद विवि भेज दिया. हमारे प्रोफेसर वहां गए भी थे. जल्द अपडेट किया जाएगा.
ये भी पढ़ें- मध्य प्रदेश में SDM ऑफिस बना जंग का मैदान! इस मुद्दे को लेकर जमकर हुई हाथापाई
ये भी पढ़ें- छतरपुर में दबंगों ने दलित शख्स को मारी गोली, फिर पत्नी को उठा ले गए किडनैपर; मचा हड़कंप