विज्ञापन

Vidisha: नगर पालिका का अनोखा फरमान! जानिए कैसे चल रही है 'कचरा वापस योजना'?

Vidisha Nagar Palika: क्या कचरे की ये 'पलटवार पॉलिसी' सिर्फ आम जनता पर लागू होगी, या नगर पालिका भी अपनी नालियों की जिम्मेदारी लेगी? स्वच्छता का ये नया नियम-नालियों से निकला कचरा, सीधे दुकानदारों के सामने. ये व्यवस्था है, या बदले की कार्यवाही? सवाल बड़ा है.

Vidisha: नगर पालिका का अनोखा फरमान! जानिए कैसे चल रही है 'कचरा वापस योजना'?
Vidisha Nagar Palika: स्वच्छता का नया फरमान

Swachh Bharat Abhiyan: स्वच्छता की बात हो और विदिशा नगर पालिका का नाम न आए – ऐसा तो हो ही नहीं सकता. लेकिन इस बार मामला तारीफ़ का नहीं, बल्कि ताली और तमाचे दोनों जैसा है. नगर पालिका ने स्वच्छता को लेकर एक नया फार्मूला निकाला है-कचरा फेंकोगे, तो वही कचरा लौटेगा तुम्हारे सामने! क्या ये चेतावनी है या अपमान? वहीं इससे पहले भी हमनें एक खबर दिखायी थी जिसमें बताया था कि विदिशा शहर में गंदगी एक बीमारी बन चुकी है. इस बीमारी की सबसे बड़ी वजह नगर पालिका विदिशा है. नगर पालिका के अफसर खुद उस कचरे को देखने नहीं निकलते. चौक-चौराहे, बाजार, कॉलोनियां, सरकारी दफ्तर – हर जगह गंदगी की मोटी परतें बिछी हैं. अब देखिए कैसे नगर पालिका 'कचरा लौटाओं योजना' लेकर आयी है?

जैसा करोगे वैसा भरोगे!

बारिश से पहले नालियों की सफाई का रिवाज हर साल होता है. लेकिन इस बार विदिशा नगर पालिका के वार्ड 23 में सफाई का तरीका कुछ अलग ही देखने को मिला. वार्ड पार्षद जमुना कुशवाहा ने बाकायदा आदेश दिया कि "जिसने गंदगी की, उसी को सज़ा मिलेगी! और दुकानदार की दुकान के सामने से निकाला गया नाली का कचरा, उसी के दरवाज़े पर सजा दिया गया." 

"अब सवाल ये नहीं कि दुकानदार दोषी हैं या नहीं. सवाल ये है कि क्या सार्वजनिक जगह की सफाई इस तरह की जाएगी? और अगर हर कचरा फेंकने वाले को उसका ‘तोहफा' लौटाना है. तो फिर सिस्टम की जिम्मेदारी कहां गई ?"

सफाईकर्मी ने कहा कि “हमें पार्षद ने ही कहा था कि कचरा दुकान के सामने रख दो. हमने तो वैसा ही किया.”  

अब सुनिए पार्षद ने क्या कहा?

पार्षद जमुना कुशवाहा बताते हैं कि “ये उन सभी व्यापारियों के लिए सबक है जो नालियों में कचरा डालते हैं. अब उनका कचरा, उन्हें ही लौटाया जाएगा." लेकिन ‘सबक' देने की ये स्कीम कहीं ‘शर्मिंदा' करने की स्कीम तो नहीं बन गई? नालियों में प्लास्टिक, पॉलिथीन, सड़ी सब्जियाँ दिखती हैं. तो फिर सवाल ये भी उठता है कि शहर को पॉलिथीन मुक्त करने का दावा कहां गया?

क्या कचरे की ये 'पलटवार पॉलिसी' सिर्फ आम जनता पर लागू होगी, या नगर पालिका भी अपनी नालियों की जिम्मेदारी लेगी? स्वच्छता का ये नया नियम-नालियों से निकला कचरा, सीधे दुकानदारों के सामने. ये व्यवस्था है, या बदले की कार्यवाही? सवाल बड़ा है – क्या नागरिकों को जागरूक करने के और भी रास्ते नहीं थे? क्या सफाई, अब शर्मिंदा करने की मुहिम बन चुकी है? विदिशा के कई नाले आज भी ऐसे है जिनकी सफाई नगर पालिका द्वारा आज तक नहीं हुई क्या नगर पालिका उसका कचरा क्या अब खुद के विभाग की चौखट पर सजाएगी यह देखना होगा.

यह भी पढ़ें : Vidisha: स्वच्छता का सपना, गंदगी की सजा! विदिशा में करोड़ों रुपये खर्च फिर भी सुंदरता को लगा ग्रहण

यह भी पढ़ें : Cannes 2025: शूटिंग डेस्टिनेशन के रूप में उभरता देश का दिल; MP में बनी ‘होमबाउंड' की कान्स में रही धूम

यह भी पढ़ें : New Train: गुना-बेंगलुरु डायरेक्ट ट्रेन को मंजूरी; केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रयासों से मिली सौगात

यह भी पढ़ें : ITR Filing: आयकर विभाग ने ITR जमा करने की आखिरी तारीख बढ़ाई, अब इस तारीख तक भर सकते हैं फार्म

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close