
MP News: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर में राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में एक विशेष समारोह में शामिल हुए. उक्त समारोह में उपराष्ट्रपति माननीय जगदीप धनखड़ मध्य प्रदेश राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की गरिमामयी उपस्थिति रही. यह आयोजन कृषि शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर सिद्ध होने के साथ ही युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक क्षण भी बना.
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रशंसा करते हुए कहा कि सिंधिया परिवार से तीन पीढ़ियों का आत्मीय रिश्ता रहा है. उन्होंने कहा कि सिंधिया ने अपने मंत्रालय को जिस पारदर्शिता, प्रतिबद्धता और वैश्विक दृष्टिकोण के साथ सुदृढ़ बनाया है, वह अत्यंत प्रशंसनीय है. विशेष रूप से पूर्वोत्तर भारत जैसे संवेदनशील और महत्वपूर्ण क्षेत्र की ज़मीनी हकीकत को बदलने का दायित्व ग्वालियर के इस सपूत को सौंपा जाना, एक दूरदर्शी निर्णय है.
विश्व का भविष्य युवाओं के हाथों में: सिंधिया
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, “विश्व का भविष्य हमारे युवाओं के हाथों में है. यह विश्वविद्यालय केवल शिक्षा का केंद्र नहीं, बल्कि भारत के ग्रामीण विकास का आधार है.”
ग्वालियर शौर्य, सेवा और समर्पण की भूमि
सिंधिया ने अपने वक्तव्य में कहा कि हमारा ग्वालियर वीरों की भूमि है. जब-जब देश पर संकट आया, इस माटी ने अपना कर्तव्य निभाया है. यह भूमि केवल वीरता में अग्रणी नहीं, बल्कि कृषि नवाचार में भी अग्रसर है. सिंधिया ने ग्वालियर की कृषि उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए बताया कि “हरसी बांध जो विश्व का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध है, हमारे पूर्वज श्रीमंत माधो महाराज जी की दूरदृष्टि का परिणाम है.”
सिंधिया ने मुख्यमंत्री मोहन यादव का किया धन्यवाद
सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की कृषि नीति की सराहना करते हुए कहा कि केन-बेतवा, कालीसिंध, पार्वती और चंबल नदियों को इस क्षेत्र से जोड़ने की योजना से 7.5 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी. यह मध्य भारत की कृषि के लिए एक वरदान है. वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि कहा, वर्ष 2023 में राज्य में सिंचित क्षेत्र 45 लाख हेक्टेयर था, जो अब बढ़कर 55 लाख हेक्टेयर हो चुका है. हमारा लक्ष्य 1 करोड़ हेक्टेयर भूमि तक पहुंचना है.”
शिक्षा और नवाचार का संगम
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा हमारी सोच है कि पाठ्यक्रम के साथ-साथ व्यवहारिक अनुभव का भी समावेश हो. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति आई है. आज देश में 700 से अधिक कृषि विज्ञान केंद्र हैं, एआई और रोबोटिक्स के माध्यम से कृषि नवाचार का कार्य हो रहा है. सिंधिया ने युवा छात्रों से कहा कि आज का बीज, कल का भारत है और वह बीज मेरे सामने बैठा है.”
यह भी पढ़ें- Pahalgam Attacks: एमपी में अब भी रह रहे हैं 220 पाकिस्तानी, इंदौर से प्रशासन ने तीन को बैरंग भेजा