
Union Carbide Factory Toxic Waste: लंबे समय से अदालतों में उलझे यूनियन कार्बाइड (Union Carbide ) के जहरीले कचरे को नष्ट करने की कार्रवाई अब शुक्रवार से शुरू होने जा रही है. इंदौर संभाग कमिश्नर दीपक सिंह (Deepak Singh) ने बताया कि हाईकोर्ट के निर्देशों के आधार पर शुक्रवार से प्रक्रिया शुरू होगी. उन्होंने बताया कि पहले कंटेनरों से कचरे को बाहर निकाला जाएगा. इसके बाद कचरा मिक्स करने के बाद जलाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
इस दौरान, संभागायुक्त दीपक सिंह और पुलिस आईजी अनुराग खुद प्लांट में मौजूद रहेंगे. इसके अलावा, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी रिपोर्ट तैयार करेंगे. इसके बाद इस रिपोर्ट को न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा. कार्रवाई शुरू होने से पहले ही गुरुवार को धार कलेक्टर, एसपी और पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी रामकी एनवायरो इंडस्ट्री पहुंचे. एहतियात के तौर पर 24 थानों की पुलिस मौजूद रहेगी. इंदौर सहित आसपास के जिलों से पुलिस फोर्स धार के लिए रवाना किया गया है. एक्सपर्ट की मौजूदगी में लंबी प्रक्रिया के बाद कचरा जलाया जाएगा.
लोग कर रहे थे विरोध
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के नज़दीक पीथमपुर में कुछ दिनों पहले भोपाल गैस कांड वाले यूनियन कार्बाइड का कचरा लाया गया था, जिसके बाद काफ़ी समय तक स्थानीय लोगों में डर का माहौल बना रहा. लोगों ने कचरा जलाने के फैसले के विरोध में प्रदर्शन भी किया था. वहीं, इसी दौरान 2 लोगों ने खुद पर आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास भी किया था.
सुप्रीम कोर्ट में अपील खारिज होने से रास्ता हुआ साफ
यूनियन कार्बाइड भोपाल का जो इंडस्ट्रियल वेस्ट डिस्पोजल के लिए पीथमपुर रेमकी प्लांट में लाया गया है. उसको लेकर माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर की ओर से पिछली तारीख पर यह निर्देश दिए गए थे कि इसका ट्रायल रन शुरू किया जाए. इस फैसले को लेकर एक याचिका माननीय सर्वोच्च न्यायालय के सामने प्रस्तुत की गई थी, जिसकी सुनवाई गुरुवार को हुई, जहां सुप्रीम कोर्ट ने न्यायलय ने याचिकर्ता का पक्ष और मध्य प्रदेश शासन का पक्ष सुना और पेटिशन को ख़ारिज कर दिया. आगे पेटीशनर को यह निर्देश दिया है कि वह अपनी बात माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर के सामने रखे.
10 घंटे में जलाया जाएगा कचरा
कोर्ट से निर्देश मिलने के बाद शुक्रवार से कचरे की डिस्पोजल की प्रक्रिया शुरू होगी. सबसे पहले अलग-अलग कंटेनर्स में रखा हुआ कचरा निकाला जाएगा. एक मिक्सिंग की प्रक्रिया होगी, जिसे सर्वप्रथम पूरा किया जाएगा, इस बीच जलाने के लिए प्लांट को तैयार किया जाएगा, जिसमें 10 घंटे का समय लगेगा.
कड़ी निगरानी में होगा नष्टीकरण
मॉनिटरिंग और उसकी देखरेख के लिए वहां पर जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, पॉल्यूशन बोर्ड की टीम सभी मौजूद है. वास्तविक प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू होगी, इंदौर के संभागायुक्त और आईजी पीथमपुर में उपस्थित रहेंगे. सभी अधिकारियों के समक्ष सारी प्रक्रिया शुरू होगी और उसका जो पहला ट्रायल, उसकी टेस्ट रिपोर्ट भी इनके सामने ही होगी. कोर्ट के निर्देशानुसार डिस्पोजल के समय सुरक्षा की भी व्यवस्था की गई है. मौके पर पुलिस, मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है. पहले चरण में 10 टन कचरा जलाया जाएगा, जिसकी रिपोर्ट और मॉनिटरिंग की जाएगी. सफल होने के बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी.
यह भी पढ़ें- 12 वर्ष पहले 300 करोड़ की लागत से बना था इंदौर का BRTS, अब हाईकोर्ट के आदेश पर बन जाएगा इतिहास
स्थानीय लोगों से जनसंवाद किया गया है, जिसमें वैज्ञानिक तथ्यों और एक्सपर्ट रिपोर्ट के बारे में बताया गया है. प्लांट जीरो डिस्चार्ज प्लांट है. पूरे प्रक्रिया का पालन साइंटिफिक तरीके से होगा और यह व्यवस्था की गई है, जिसमें तय सीमा से अगर कुछ बढ़ता है, तो प्लांट ऑटो शट हो जाएगा.
यह भी पढ़ें- MP News: सांसद जी ने अपने हाथों से की रेलवे प्लेटफॉर्म पर पान के पीक की सफाई, अधीक्षक से बोले...