Suicide Letter: बेरोज़गार कंप्यूटर इंजीनियर ने खाया जहर, सुसाइड नोट में लिखा- 'अलमारी में पैसे रखे हैं चुन्नू, मधु और रौनक को बांट देना'

Son And Mother Committed Suicide: पहले खबर आई कि बेरोजगार इंजीनियर बेटी की ख़ुदकुशी की खबर के सदमे से मां की मौत हो गई, लेकिन अब खुलासा हुआ कि मां और बेटे ने एक साथ सल्फास खाकर जान दी थी. सुसाइड की वजह बेरोजगारी थी, जिसका खिलासा मां और बेटे द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट से हुआ है.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
Computer Engineer Suicide Letter

Computer Engineer's Suicide Latter:  ग्वालियर जिले में रविवार को एक कंप्यूटर इंजीनियर ने बेरोजगारी से तंग सुसाइड कर लिया. बेरोजगार इंजीनियर बेटे के साथ उसकी मां ने भी जहर खाकर जान दे दी. हालांकि पहले खबर आई थी कि इंजीनियर बेटे की मौत के सदमे में मां की जान चली गई, लेकिन अब पुष्टि हुई है कि मां और बेटे दोनों ने सल्फास खाकर सुसाइड किया.

Dog Bites: पागल कुत्तों से थर्राया छतरपुर, एक पागल कुत्ते ने एक दिन में 35 को पहुंचाया अस्पताल

सुसाइड नोट में मृतक ने लिखा, आलमारी में कुछ मम्मी के पैसे रखे हैं, उन्हें बराबर-बराबर चुन्नू , मधू और रौनक को दे देना. साथ ही, यह भी लिखा कि, उसके मरने के बाद भैया और भाभी उसकी लाश को हाथ न लगाएं. ऐसा लगता है कि मृतक भैया और भाभी के रवैये से खुश नहीं था. 

पोस्टमार्टम के दौरान चिकित्सकों को मृतक की जेब से सुसाइड नोट मिला

रिपोर्ट के मुताबिक मां और बेटे के सुसाइड के खबर से आसपास हड़कंप मच गया. सुसाइड करने वाले युवक की पहचान मनीष राजपूत के रूप में हुई है. पोस्टमार्टम के दौरान मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है. सुसाइड नोट में दोनों ने स्वेच्छा से जहर खाने की बात लिखी है.

जहर खाने से हुई 33 वर्षीय युवक और 65 वर्षीय उसकी मां राधा की मौत

मामला थाना क्षेत्र के गौसपुरा नंबर-1 का है. सुसाइड की सूचना के बाद पुलिस ने मां और बेटे की लाश कब्जे में लेने के बाद पुलिस पोस्टमार्टम के लिए करवाया. चिकित्सकों ने 33 वर्षीय युवक और 65 वर्षीय उसकी मां राधा की मौत की वजह जहर बताई है. एक साथ मां- और बेटे की अर्थी साथ उठीं तो लोगों की आंखें नम हो गईं.

एमपी पुलिस के दो इंस्पेक्टर निलंबित, हिस्ट्रीशीटर अपराधी के साथ काटा केक, फोटो वायरल होने के बाद कार्रवाई

 पहले खबर आई कि बेरोजगार इंजीनियर बेटी की ख़ुदकुशी की खबर के सदमे से मां की मौत हो गई, लेकिन अब खुलासा हुआ कि मां और बेटे ने एक साथ सल्फास खाकर जान दी थी. सुसाइड की वजह बेरोजगारी थी, जिसका खिलासा मां और बेटे द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट से हुआ है.

इंजीनियरिंग के बाद करीब 6 साल तक युवक को नौकरी नहीं मिली

मृतक मनीष के पिता राजकुमार राजपूत ने बताया कि उनके छोटे बेटे मनीष ने बानमोर स्थित श्रीराम कॉलेज से इंजीनियरिंग (बीई कंप्यूटर साइंस) किया था, लेकिन करीब 6 साल तक उसे कोई नौकरी नहीं मिली. 71 वर्षीय पिता ने बताया कि युवक डिप्रेशन था और दो बार घर से भी भाग चुका था.

Advertisement

सुसाइड से पहले युवक लैपटॉप तोड़कर जलाई इंजीनियरिंग की डिग्री 

पिता राजकुमार राजपूत ने बताया कि, सुसाइड करने से पहले मृतक मनीष राजपूत ने एक बार गुस्से में आकर अपनी सभी डिग्रियां अन्य डॉक्यूमेंट जला दिए थे, जिसके चलते बाद में उन्हें डुप्लीकेट दस्तावेज  निकलवाने पड़े. बुजुर्ग पिता का कहना है कि उसकी पत्नी और बेटे ने ख़ुदकुशी क्यों की, उन्हें पता नहीं है. 

Groom Died In Own Marriage: शादी की रस्मों के बीच दूल्हे को आया हॉर्ट अटैक, अचेत होकर मंडप में गिरा और मर गया

सुसाइड नोट में खुदकुशी के लिए किसी को भी दोषी भी नहीं ठहराया गया है. मृतक के भाई ने बताया कि मृतक कंप्यूटर साइंस से बीई था, लेकिन नौकरी नहीं मिलने से तनाव में था. मृतक के भाई ने पहले बताया था कि मां की मौत सदमे से हुई, लेकिन सुसाइड नोट से कहानी साफ हो गई.

चाय का ठेला लगाते हैं पिता, लेकिन इंजीनियर बेटे को आती थी शर्म

सिविल अस्पताल के सामने चाय का ठेला लगाकर 4 बच्चों की परवरिश करने वाले पिता राजकुमार राजपूत ने बताया मृतक उनका सबसे छोटा बेटा था. इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद मृतक नौकरी नहीं मिली, तो वह अवसाद में रहने लगा. मनीष कोई छोटा-मोटा काम नहीं करना चाहता था, और पिता चाय का ठेला लगाते हैं, इससे शर्मिंदगी महसूस करता था.

Advertisement

घर पहुंचते ही बताया कि मैंने जहर खा लिया, पिता ने गंभीरता ने नहीं लिया

पिता ने बताया कि शनिवार रात जब चाय का ठेला बंद कर वो घर पहुंचे और मनीष से खाना लाने को कहा, तो उसने कहा आज खाना नहीं बना, मैंने जहर खा लिया. पिता को मनीष के अवसाद का पता था, तो उसकी बात को गंभीरता से नहीं लिया और किचन से खाना लेकर खाने लगे, लेकिन मनीष उल्टी करता देख उनका सिर चकरा गया.

क्रूरता की हदें पार! पैर और मुंह बांधकर मारा, भौंक तक नहीं पाया बेचारा...तड़प-तड़प दी जान

पड़ोसी ने बताया कि राजकुमार पहले जेसी मिल में नौकरी करते थे, लेकिन मिल के बंद हो जाने के बाद उन्होंने चाय का ठेला लगाना शुरू कर दिया. पिता ने चाय के ठेले की कमाई से 2 बेटों और 2 लड़कियों को पढ़ाया-लिखाया. यही नहीं, पिता ने 3 बच्चों की शादी भी की.

सुसाइड नोट में मृतक मनीष ने जो लिखा उसने सभी को भावुक कर दिया

मनीष के जहर खाने की पुष्टि होने पर पीड़ित पिता ने दौड़कर बेटे अनिल को फोन किया और फौरन घर पहुंचाने को कहा, लेकिन तब तक मां और बेटे की प्राण निकल चुके थे. मृतक के जेब से चिकित्सकों को मिले सुसाइड नोट में मनीष ने जो लिखा उसने सभी को भावुक कर दिया.

Advertisement

ये भी पढ़ें-Buldozer Action: वनभूमि को मुक्त कराने लाव-लश्कर के साथ अंबिकापुर पहुंचा प्रशासन, तैनात हैं सैकड़ों पुलिस के जवान