Ram Mandir Pran Pratishtha : अयोध्या में रामलला मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी. श्री लंका से राम जी की चरण पादुका (Charan Paduka) लाई जा रही है. इसके लिए यात्रा निकाली जा रही है. शनिवार को यह यात्रा उज्जैन पहुंची. यहां महाकाल मंदिर (Mahakal Mandir)में पूजन के बाद यात्रा रवाना हो गई. अब यह चरण पादुका 22 जनवरी को अयोध्या (Ayodhya)के राम मंदिर में स्थापित होगी.
श्री लंका में बनवाई है
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए श्री लंका में राम जी की विशेष चरण पादुका बनवाई गई है. श्री लंका की अशोक वाटिका से यह पादूका अयोध्या के राम मंदिर में स्थापित करने के लिए यात्रा निकाली जा रही थी, लेकिन कुछ समय विराम के बाद यह यात्रा 15 दिसंबर से फिर से शुरू हो गई. यह यात्रा उन सभी स्थानों पर जाएगी जहां से राम जी के भाई भरत चरण पादुका लेकर निकले थे. साथ ही पादुका यात्रा मार्ग में आने वाले सभी प्रमुख स्थलों पर भी पहुंचेगी. जहां इसका पूजन होगा.
यहां से निकलेगी यात्रा
भगवान श्री राम लंकापति रावण का वध कर अयोध्या लौटे थे. यह यात्रा उन स्थानों और तीर्थ स्थलों से भी गुजरेगी जहां वनवास काल में भगवान श्री राम के चरण पड़े थे. श्री राम राज्य युवा यात्रा का उज्जैन में स्थानीय श्रद्धालुओं ने भव्य स्वागत किया. इसके बाद महाकालेश्वर मंदिर में विधि विधान से चरण पादुका का पूजन अर्चन किया गया.
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सोने की बनी है चरण पादुका
चरण पादुका यात्रा में शामिल सत्यनारायण मौर्य बाबा ने बताया कि अलग-अलग नदियों के जल अयोध्या की मिट्टी सहित चांदी और सोने से चरण पादुका बनी है. उज्जैन के बाद चित्रकूट और फिर अयोध्या ले जाएंगे. भरत ने तपस्या कर यहां से भगवान राम की चरण पादुका अपने सिर पर उठाई थी. देश के हर उस शहर में या पादुका पहुंच रही है. करीब 44 दिन तक चलने वाली इस यात्रा का शुभारम्भ श्रीलंका की अशोक वाटिका से हुआ था. 19 जनवरी को यात्रा अयोध्या पहुंचेगी. जहां श्री राम की चरण पादुका को विधिवत पूजा अर्चना के साथ स्थापित किया जाएगा.
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