Ujjain Jail Break Case: मध्य प्रदेश के उज्जैन में उप जेल से भागे तीनो कैदियों का शुक्रवार रात तक सुराग नहीं मिल सका. मामले की जांच के लिए आए जेल डिजी वरुण कपूर ने दो अधिकारी सहित 5तीन को सस्पेंड कर दिया. वहीं प्रदेश की सभी जेल की सिक्योरिटी ऑडिट करवाना भी तय कर दिया.
मर्डर और रेप के 3 खतरनाक कैदी फरार
शहर से करीब 70 किलोमीटर दूर खाचरोद उप जेल में दुष्कर्म और हत्या के आरोप में बंद नारायण जाट, गोविंद और गोपाल गुरुवार शाम 20 फिट ऊंची दीवार फांदकर फरार हो गए थे. मामले की जांच के लिए शुक्रवार शाम भोपाल से जेल डीजी वरुण कपूर उपजेल पहुंचे. यहां प्राथमिक जांच के बाद उन्होंने जेल प्रभारी जेलर नवीन नेमा, मनोज चौरसिया सहायक जेल अधीक्षक और गेट प्रहरी रितेश कटरा को निलंबित कर दिया.
प्रभारी उप जेलर समेत तीन सस्पेंड
डीजी कपूर ने बताया कि प्रभारी उप जेलर नेमा को लापरवाही बरतने, सहायक जेल अधीक्षक चौरसिया को चार्ज नहीं लेने और प्रहरी कटारा को घटना के दौरान गेट पर उपस्थित नहीं होने के कारण सस्पेंड किया गया है.
कैदियों के भागने पर दो घंटे खबर नहीं
जेल ब्रेक मामले में पता चला कि कैदियों से पुताई करवाने के लिए उन्हें 20 फीट की सीढ़ी दी गई थी. इसी का उपयोग कर वह शाम 5.15 बजे भाग गए, लेकिन कैदियों को लॉकअप करते समय शाम 7 बजे गिनती हुई, तब जाकर जेल प्रशासन को पता चला. वहीं पुलिस सूत्रों के अनुसार, भागे तीनों कैदी जेल के पीछे बनी एक गिट्टी मशीन पर लगभग एक घंटे तक रुके. इसके बाद वो अंधेरा होने के बाद भागे.
अब पूरे प्रदेश की जेल में जांच
जेल डिजी कपूर ने बताया कि प्रदेश की अन्य जेलों में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए सभी जेल का स्पेशल सुरक्षा ऑडिट करवाया जाएगा. वहीं जेल अधीक्षक, जेल प्रभारी से जेल के अंदर ऐसी कोई वस्तु या ऐसा कोई स्थान नहीं हो ऐसी जानकारी प्रमाण-पत्र भी लिया जाएगा.
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