
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में आज भी सामंतशाही हावी है. यहां दलित समाज के दूल्हों को घोड़ी पर बैठने नहीं दिया जाता है. इसकी एक बानगी एक बार फिर से देखने को मिली. एक दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठकर निकलने नहीं दिया गया. गांव ने उसे वापस लौटा दिया. लेकिन जैसे ही इसकी सूचना पुलिस को मिली तो मौके पर पहुंची पुलिस ने ऐसा काम किया कि पूरा गांव देखते ही रह गया.
ये है मामला
खरगापुर पुलिस थाने के सरकर गांव के रहने वाले दलित समाज के एक युवक की शादी थी.बारात के पहले के गांव में दूल्हे को घोड़ी पर बिठाकर उसकी राछ निकाली जाती है. जैसे ही लोधी समाज की बस्ती से अहिरवार समाज का दूल्हा निकलना चाहा तो पूरी बस्ती के लोगों ने दूल्हे को बैरंग लौटा दिया .इसे लेकर खूब बवाल भी हुआ. इसकी सूचना पीड़ित परिवार के लोगों ने पुलिस को दी.
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पुलिस ने किया ये काम
पीड़ित परिवार की शिकायत के बाद तुरंत ही मौके पर पुलिस पहुंची. पुलिस ने दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठाया और फिर दबंगो की बस्ती से राछ निकलवाई गई. दूल्हा और उसके परिवार के लोग खुश हो गए और पूरा गांव देखता ही रह गया. इसके बाद दूल्हे के परिवार के लोगों ने पुलिस का आभार भी जताया. बता दें कि जिले में इस तरह की घटनाएं आए दिन घटित हो रही हैं.फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है.
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