
Panna Tiger Reserve: मध्य प्रदेश में बाघ-बाघिन के हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इस समय महुआ का सीजन चल रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीण महुआ बिनने के लिए गांवों से लगे जंगल जाते हैं. महुआ उनके लिए अस्थाई रोजगार का साधन है. महुआ बेच कर वो अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए कुछ पैसे इकट्ठे कर लेते हैं, मगर उनको क्या मालूम कि उनके साथ एसी घटना भी घट सकती है, जिससे उनकी जान तक चली जाएगी.
जानरकारी के अनुसार, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से सटे गांवों में इन दिनों महुआ बिनने वालो के ऊपर बाघ द्वारा लगातार हमला किया जा रहा है.
10 दिन में तीन की मौत
दस दिनों में बाघ के हमले से एक महिला और एक चौदह वर्षीय बालक की मौत हो गई थी. आज सुबह फिर उसी क्षेत्र में घटना सामने आई यह घटना बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से सटे सेमरिया गांव की है जहां महुआ बिनने गई महिला पर बाघिन ने हमला कर दिया गनीमत रही कि आस पास के लोगों के शोर-शराबा करने से बाघिन हमला करने के बाद जंगल की ओर भाग गई. महिला गंभीर रूप से घायल हो गई जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा है. बाघों के हमले को लेकर पार्क प्रबंधन ने गस्ती तेज कर दी है और गांव के लोगों से जंगल की ओर न जाने की अपील भी कर रहे हैं.