Teacher Scam: फर्जी डिग्री देकर बने टीचर, 7 सालों तक उठाई सैलरी, ऐसे हुआ खुलासा 

MP Latest News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर (Gwalior) से सरकारी नौकरी में फर्ज़ीवाड़े की खबर सामने आई है. ग्वालियर की देहात पुलिस ने दो फर्ज़ी टीचरों को हिरासत में ले लिया है. दोनों आरोपी पिछले 7 सालों से फरार चल रहे थे और हर महीने वेतन भी उठा रहे थे.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Teacher Scam in MP

Teacher Scam in MP: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर (Gwalior) से सरकारी नौकरी में फर्ज़ीवाड़े की खबर सामने आई है. ग्वालियर की देहात पुलिस ने दो फर्ज़ी टीचरों को हिरासत में ले लिया है. दोनों आरोपी पिछले 7 सालों से फरार चल रहे थे और हर महीने वेतन भी उठा रहे थे. पुलिस अब पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है कि उन्होंने कैसे फर्जी दस्तावेजों के सहारे सरकारी नौकरी हासिल की? दरअसल, पूरी घटना ग्वालियर के भितरवार इलाके से सामने आई है. 

यह भी पढ़ें - "यात्रा जहां से भी गुजरी, वहां से कांग्रेस ही गुजर गई", पूर्व CM शिवराज का राहुल गांधी पर तीखा हमला

जानिए फर्जीवाड़े की पूरी कहानी 

साल 2017 में नरेश मोदी और राजेंद्र रावत ने भितरवार में शिक्षक के रूप में अपनी आमद दर्ज कराई थी. इसके बाद 7 साल तक आराम से वे नौकरी करते रहे और हर साल वेतन भी उठाते रहे. कुछ समय पहले पुलिस में शिकायत की गई कि इन दोनों ने बीएड सहित शिक्षा के फर्जी डॉक्यूमेंट लगाकर नौकरी हासिल की है, जांच के बाद जब पुलिस ने भितरवार थाने में इनके खिलाफ केस दर्ज किया तो दोनों गायब हो गए.

यह भी पढ़ें - Congress List: जीतू पटवारी और कई विधायकों के नाम पर लगेगी मुहर? दिल्ली में कांग्रेस प्रत्याशियों को लेकर मंथन कल

Advertisement

फरार होने के बाद विभाग के रिकॉर्ड में रहे हाजिर 

इस मामले में चौंकाने वाली बात ये रही कि आरोपी तभी से फरार चल रहे थे लेकिन शिक्षा विभाग के दस्तावेजों में उनकी नौकरी जारी थी और वे वेतन भी ले रहे थे. भितरवार थाना पुलिस को खबर मिली कि आरोपी इलाके में देखे गए हैं. इस पर तुरंत ASP देहात निरंजन शर्मा ने SDOP भितरवार अतुल सिंह सोलंकी और थाना बल को आरोपी की तलाश में लगाया. इसके बाद पुलिस ने दोनों ही आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. 

ये भी पढ़ें :- Shivpuri: बच्चे की जानलेवा बीमारी के सामने बेबस मां-बाप, डॉक्टर ने एक इंजेक्शन की कीमत बताई 16 करोड़

Advertisement

पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया मामला 

पुलिस ने धारा 420, 467, 468 और 471 के मामले में आरोपियों को हिरासत में लिया है. अब पुलिस यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि इन्होंने कहां से फर्जी दस्तावेज तैयार करवाया और किस तरह नौकरी हासिल की जिसके लिए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.

ये भी पढ़े: Lok Sabha Elections से पहले Congress को बड़ा झटका, कमलनाथ के करीबी जाफर ने 64 नेताओं के साथ थामा BJP का दामन

Advertisement