
Dog Bite in Madhya Pradesh: बढ़ती गर्मी के साथ मध्य प्रदेश में आवारा कुत्तों का आतंक (Dog Terror) लगातार बढ़ता जा रहा है. राजधानी भोपाल से लेकर प्रदेश के हर जिले से रोजाना डॉग बाइट (Dog Attack) की घटनाएं सामने आ रही हैं. अकेले भोपाल में सिर्फ 13 दिनों में महापौर हेल्पलाइन पर 1152 शिकायतें दर्ज हुईं. यानी हर दिन औसतन 30 से ज्यादा हमले कुत्तों के हो रहे हैं. स्कूल जा रहे बच्चों पर कुत्ते हमला कर रहे हैं तो वहीं, बाइक सवारों को भी कुत्ते नहीं छोड़ रहे हैं. बता दें कि भोपाल में ही हर दिन 30 से ज्यादा मामले कुत्तों के काटने के सामने आते हैं. कुत्तों के बढ़ते हमलों के लिए लोग नगर निगम की लापरवाही बता रहे हैं.

भोपाल में क्या बोले पीड़ित (Dog Attack in Bhopal)
भोपाल के नीलबड़ इलाके में रहने वाले दिलीप सिंह को भी लाइब्रेरी जाते समय आवारा कुत्ते ने काट लिया. कुत्तों के हमले का ठीकरा उन्होंने नगर निगम पर फोड़ा है. उन्होंने कहा कि शिकायत करने पर नगर निगम की तरफ से कोई जवाब नहीं आता है. फोन करो तो उठाते नहीं है. अगर कत्तों को पकड़ते भी हैं तो वो वहीं छोड़ देते हैं. वहीं, भोपाल के ही रहने वाले ऑटो चालक अरशद पर भी कुत्तों ने हमला कर दिया. उन्होंने बताया कि उनके पूरे मोहल्ले में कुत्तों का आतंक है. उन्होंने कहा कि हमारे यहां कुत्तों को पकड़ने के लिए नगर निगम की गाड़ी नहीं आती है. मोहल्ले में 15-20 कुत्ते हैं, जो बच्चों पर राह चलते हमला कर देते हैं. इस वजह से बच्चों का घर से निकलना भी मुश्किल हो गया है.
शिवपुरी में 3 मासूम भाई-बहनों को कुत्ते ने काटा (Shivpuri Dog Attack)
आवारा कुत्तों से लोग सिर्फ भोपाल में ही नहीं पूरे प्रदेश में परेशान हैं. 9 मई को शिवपुरी में तीन मासूम भाई-बहनों को आवारा कुत्ते ने बुरी तरह जख्मी कर दिया था. छोटी बहन को आवारा कुत्ता घसीट कर ले जा रहा था, जिसे दौड़ते आई मां ने बचाया. कुत्ते ने बच्चों के हाथ, पैर और पीठ में कई जगह काट लिया, जिससे बच्चे बुरी तरह जख्मी हो गए. सबसे ज्यादा कुत्ते ने तीन साल की बच्ची को चोट पहुंचाई थी.
नीमच और खंडवा में कुत्तों का हमला
12 मई को नीमच में कुत्तों के झुंड ने बच्चे (छात्र) को घेर लिया. उसे एक महिला ने किसी तरह बचाया. वहीं, नीमच के ही महावीर नगर में आवारा कुत्तों ने एक मासूम बच्ची पर हमला कर दिया था. वहीं, जनवरी में खंडवा जिले में भी आवारा खूंखार कुत्ते ने शहर के बाजार में जमकर आतंक मचाया. इस दौरान कुत्ते ने एक मिनट में 6 बाइक सवारों को काट लिया था.
आवारा कुत्तों का आतंक
- 2022 से जनवरी 2025 तक 3,39,175 कुत्तों के काटने के मामले सामने आए.
- भोपाल में 13 दिन में मेयर हेल्पलाइन पर डॉग बाइट की 1152 शिकायतें दर्ज हुईं.
- राजधानी में हर दिन करीब 30 मामले डॉग बाइट के दर्ज हो रहे हैं.
- ग्वालियर में औसतन 200 से अधिक मामले प्रतिदिन सामने आते हैं.
- जबलपुर में औसतन 125 मामले हर दिन दर्ज हो रहे हैं.
अस्पताल में अलग से खोला क्लीनिक (Clinic for Dog Patients)
डॉग बाइट के बढ़ते मामलों को देखते हुए राजधानी भोपाल के जेपी अस्पताल में तो अलग से क्लीनिक खोलना पड़ा है. यहां रेबीज के इंजेक्शन और घाव का इलाज किया जा रहा है. क्लीनिक में हर दिन करीब 150 लोग पहुंच रहे हैं.
अस्पताल में आते हैं रोज 150 केस
सिविल सर्जन डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि हमारे यहां 150 केस रोज आते हैं. इसमें 25 से 30 केस प्रति दिन नए होते हैं. एक अलग से ही हमने क्लीनिक बना दिया है. इसमें घाव तुरंत धोना जरूरी होती है. अस्पाताल में डॉग बाइट का 24 घंटे इंजेक्शन लगाया जा रहा है. गर्मी में भूख प्यास की वजह से कुत्ते अनजान लोगों को काटते हैं. बच्चो बुजुर्गों को इससे बचना चाहिए, जहां अधिक कुत्ते हैं उनके आस पास न जाएं.
नसबंदी पर 4 करोड़ से ज्यादा खर्च (Sterilization of Dogs)
भोपाल शहर में आवारा कुत्तों की नसबंदी पर करीब सवा 4 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन इनकी आबादी थमने का नाम नहीं ले रही है. कुत्ते गर्मी के दौरान आक्रमक भी होते जा रहे हैं. नगर निगम का दावा है कि एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर को पूरी क्षमता के साथ चलाया जा रहा है.
सालभर में 25,000 कुत्तों का वैक्सीनेशन- निगमायुक्त
भोपाल नगर निगम आयुक्त हरेंद्र नारायण ने बताया कि नियम अनुसार, नसबंदी और वैक्सीनेशन (Vaccination of dogs) किया जाता है. हमारे यहां तीन एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर है, जहां नसबंदी और वैक्सीनेशन किया जाता है. हम यह कोशिश करते हैं कि इन्हें फुल कैपेसिटी से उसे चलाया जाए. हर दिन हमारा टारगेट है कि 90 से 100 कुत्तों का वैक्सीनेशन किया जाए. पिछले 1 साल में लगभग 25,000 कुत्तों का वैक्सीनेशन किया गया है. हम उनको कुछ दिन रखने के बाद उसी लोकेलिटी में छोड़ते हैं, जहां से कुत्तों को उठाया जाता है, क्योंकि नियमानुसार ऐसा करना जरूरी है.
क्या बोले मंत्री
पशुपालन मंत्री लखन पटेल ने बताया कि आम लोग परेशान हैं. ये सही बात है. सरकार प्रभावी कदम उठा रही है. लोगों की जान बचाना हमारा मकसद है. हम प्रथमिकता से काम करेंगे.