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एमपी में निर्माण कार्यों में लापरवाही करना पड़ा भारी, विधानसभा में गूंजा मुद्दा तो नप गए ये अधिकारी

MP News: सीधी में निर्माण कार्य में बरती जा रही अनियमितता का मामला जैसे ही विधानसभा में पहुंचा तो इससे संबंधित अधिकारियों पर विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. कार्यपालन यंत्री सहित अनुविभागीय अधिकारी और इंजीनियर निलंबित हो गए हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और चुरहट विधायक अजय सिंह राहुल ने ये मुद्दा उठाया था.

एमपी में निर्माण कार्यों में लापरवाही करना पड़ा भारी, विधानसभा में गूंजा मुद्दा तो नप गए ये अधिकारी
एमपी में निर्माण कार्यों में लापरवाही करना पड़ी भारी, विधानसभा में गूंजा मुद्दा तो नप गए ये अधिकारी.

MP News In Hindi: मध्य प्रदेश के सीधी जिले में आरईएस विभाग के द्वारा कराए गए निर्माण कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार किया गया. विभाग के कार्यपालन यंत्री हिमांशु तिवारी के द्वारा की गई अनियमितता को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं चुरहट विधायक अजय सिंह राहुल के द्वारा विधानसभा में मुद्दा उठाया गया.

इसके बाद जांच कमेटी गठित हुई और मौके पर जब मुख्य अभियंता टीम के साथ निर्माण कार्यों की जांच करने पहुंचे तो सभी के पैर के नीचे से जमीन ही खिसक गई.निर्माण कार्य गुणवत्ता विहीन था,जिसकी वजह से हल्की बरसात में ही पुल-पुलिया बह रहे हैं. 

मुख्य अभियंता जबलपुर ने की थी जांच

संबंधित मामले में कार्रवाई के आदेश की एक प्रतिलिपि.

संबंधित मामले में कार्रवाई के आदेश की एक प्रतिलिपि.

कार्यपालन यंत्री हिमांशु तिवारी के द्वारा निर्माण कार्यों में अनियमितता और भ्रष्टाचार की जांच के लिए ग्रामीण यांत्रिकी सेवा परिक्षेत्र जबलपुर के मुख्य अभियंता द्वारा कुछ दिनों पूर्व सीधी पहुंचकर विभिन्न निर्माण कार्यों की मौके पर जाकर जांच पड़ताल की गई थी. जांच पड़ताल में निर्माण कार्य अत्यंत घटिया पाए गए थे, इसके बाद माना जा रहा था कि कार्यपालन यंत्री सहित अन्य तकनीकी अमले पर कार्रवाई होगी.

इतने सालों तक पदस्थ रहे कार्यपालन यंत्री

जिले के आरईएस विभाग में हिमांशु तिवारी करीब 6 वर्ष पहले प्रभारी कार्यपालन मंत्री के रूप में पदस्थ हुए थे, उनका मूल पद अनुविभागीय अधिकारी का है. इसके बाद यहां अपने चहेतों को उपकृत किया गया. निर्माण कार्यों में खुद पार्टनर बनने का भी आरोप लगता रहा. सीधी सहित विभिन्न विकास खंडों को भ्रष्टाचार के लिए निशाना बनाया गया. यही नहीं विपक्ष के साथ सत्ता पक्ष के नेता भी हिमांशु तिवारी से काफी परेशान थे, जिनके द्वारा मुखर होकर के विरोध तो नहीं किया जा रहा था पर भीतर ही भीतर आग सुलग रही थी.

कुसमी में भी बह गए पुल-पुलिया

सीधी जिले का कुसमी विकासखंड आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है जहां के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं, ऐसे विकासखंड को आरईएस विभाग ने भ्रष्टाचार का अखाड़ा बना दिया था. यहां करोड़ों रुपये के बने पुल पुलिया पहली बरसात में ही बह गए हैं, जिसकी चर्चा आज सीधी से लेकर पूरे प्रदेश भर में हो रही है. इन निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े हुए थे. कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल भी कुसमी जाकर इन निर्माण कार्यों का जायजा लेने पहुंचा था. ऐसे में यह माना जा रहा था कि जब जांच पड़ताल की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी तो जिम्मेदारी भी तय होगी.

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जांच में अनियमितता उजागर

शासन के द्वारा मुख्य अभियंता जबलपुर परिक्षेत्र के द्वारा की गई जांच में अनियमितता उजागर हुई. कार्यपालन यंत्री हिमांशु तिवारी सहित अनुविभागीय अधिकारी बृजेंद्र सिंह व उपयंत्री अरुण कुमार द्विवेदी को निलंबित कर दिया गया है, और तीनों का मुख्यालय भोपाल नियत किया गया.

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