Shipra River Ujjain: मध्य प्रदेश के उज्जैन में बारिश में भी गर्मी झेल रहे लोगों को दो दिन से ही रही बारिश के बाद राहत मिली है. इस सीजन में उज्जैन में एक दिन में 71.4 mm बारिश हुई, जिसके चलते पूरा शहर जलमग्न हो गया है. वहीं छोटे पुल पर भी पानी आ गया. इसके अलावा महाकाल लोक के नंदी द्वार में भी पानी घुस गया है, जिससे दर्शनार्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
Shipra River: उज्जैन में शिप्रा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है, जिससे कई घाट जलमग्न हो गए.
जलमग्न हुए कई घाट
दरअसल, 18 जून से मानसून आने के बाद भी उज्जैन में मूसलाधार बारिश नहीं हो रही थी. हालांकि शुक्रवार से कभी हल्की कभी तेज बारिश हो रही है, जिसके चलते इस सीजन में पहली बार रविवार रात क्षिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ गया. यहां घाट पर मौजूद कई मंदिर पानी की जद में आ गए और छोटा पुल भी डूब गया.
महाकाल लोक में घुसा पानी
पहली तेज बारिश में नगर निगम की भी पोल खुल गई है. वजह है कि नगर निगम जहां पुलिस शहर के 198 नाले साफ करने का दावा कर रही थी, लेकिन मामूली बारिश में ही शहर के नाले उफन गए और कई क्षेत्रों में पानी भर गया. हालत ये है कि महाकाल लोक के नंदी द्वार में पानी घुस गया जो दर्शनार्थियों के लिए मुख्य प्रवेश द्वार है. वहीं महाकाल लोक के नंदी द्वार में पानी में घूसने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल, दर्शनाथी गंदे पानी से होते हुए ही महाकाल लोक घूमने को मजबूर हो रहे हैं.
घाट के किनारे स्थित मंदिर का आधा हिस्सा पानी में समा गया.
जीवाजी राव वैधशाला के रिकॉर्डनुसार, इस सीजन में यह पहला मौका है जब 71.4 मिलीमीटर बारिश हुई है और 2 दिन में अब तक सबसे अधिक बारिश है. लगातार बारिश का ही असर है कि रात का तापमान गिर गया है.
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