
Forest Department Returned Job: श्योपुर में स्थित कूनो नेशनल पार्क से भागकर आई ज्वाला चीता और उसके 4 शावकों को जान पर खेलकर पानी पिलाने वाले युवक सत्य नाराण उर्फ सत्तू गुर्जर को विभाग ने वापस नौकरी पर रख लिया है. वन विभाग में चालक पद पर तैनात सत्तू गुर्जर को प्यासी चीता और उसके बच्चो को पानी देने के लिए दंडित करते हुए निलंबित कर दिया था, लेकिन गुर्जर समाज की धमकी के बाद फैसला वापस लेना पड़ा.
कूनों के चीतों को पानी पिलाते हुए वीडियो इंटरनेट पर जमकर वायरल हुआ था
गौरतलब है युवक सत्यनारायण गुर्जर का चीतों के झुंड का पानी पिलाते हुए एक वीडियो वायरल हुआ था. इंटरनेट पर वायरल हुए वीडियो में युवक कैन से पानी एक बर्तन में उड़ेलता है और चीते किसी पालतू जानवर की तरह बर्तन से पानी पीते हैं और फिर वापस अपनी जगह लौट जाते हैं.
जान पर खेलकर प्यासी चीता और शावकों को पिलाया पानी, हुआ सस्पेंड
— NDTV MP Chhattisgarh (@NDTVMPCG) April 6, 2025
श्योपुर के कुनो नेशनल पार्क की सीमा से बाहर निकलकर ग्रामीण इलाकों मे पानी की तलाश में प्यासी घूम रही मादा चीता ज्वाला और उसके 4 शावकों को पानी पिलाना युवक को भारी पड़ गया. वन विभाग में चालक पद पर तैनात युवक का… pic.twitter.com/1FO8WKkAY9
अफसरों के खिलाफ गुर्जर समाज ने सड़क पर आंदोलन करने की दी थी धमकी
रिपोर्ट के मुताबिक जिस वायरल वीडियो की वजह से युवक की नौकरी थी, अब उसी वायरल वीडियो के चलते ही युवक को वन विभाग को वापस नौकरी लौटानी पड़ी है. दरअसल, गुर्जर समाज ने हिटलर अफसरों के खिलाफ आंदोलन करने की धमकी दी थी, जिसके बाद कुनो के उन अफसरों को हटा दिया और युवक का कॉन्ट्रैक्ट बहाल कर दिया गया.
एक बार फिर से कुनो के अधिकारियों के लिए गाड़ी चलाते दिखेंगे सत्तू गुर्जर
कुनो के अफसरों को लेकर विरोध इतना बढ़ गया कि महापंचायत बुलाकर गुर्जर समाज ने कूनो प्रबंधन से सत्यनारायण को दोबारा नौकरी पर रखने की मांग की. मुद्दा इतना गर्माया कि मध्य प्रदेश गुर्जर समाज ने भी कुनो पार्क प्रबंधन के खिलाफ सड़क पर आंदोलन करने की धमकी दे दी, जिससे कूनों के अफसरों को घुटने टेकने पड़ गए.
चीता व 4 शावकों को पानी पिलाने को नेक काम बता लोगों ने लानतें भेजी
बताया जाता है कि भीषण गर्मी में प्यासी चीता ज्वाला और 4 शावकों को पानी पिलाने को नेक काम बताते हुए लोगों ने कुनो प्रबंधन को खूब लानतें भेजी, जिससे कूनो प्रबंधन बैक फुट पर आ गई और झुकते हुए अपने फैसले को पलट दिया और ड्राइव सत्तू गुर्जर को दोबारा नौकरी पर वापस बुलाना पड़ गया.
प्रबंधन ने चीता को पानी पिलाने वाले वन विभाग के कर्मचारी को संस्पेंड किया
उल्लेखनीय है वन विभाग ने कूनो नेशनल पार्क से भागी मादा चीता ज्वाला और उसके 4 शावकों को लेकर जारी एक निर्देश में आस-पड़ोस के गांववालों को सलाह दी थी कि मादा चीता से उचित दूरी बनाकर रखें और उसे खाने के लिए कुछ न दें, लेकिन जब वन विभाग का चालक द्वारा चीता को पानी पिलाते हुए वीडियो देखा तो विभाग ने उसे संस्पेंड कर दिया.
चीतों पर गांववालों द्वारा पथराव करने की तस्वीरें इंटरनेट पर खूब हुई थी वायरल
दरअसल, कुनो से बाहर निकलने वाले चीतों पर 24 घंटे नजर बनाए रखने के लिए उनके पीछे-पीछे चलने वाली चीता मॉनिटरिंग टीम ने चीतों की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि, यह घोर लापरवाही है, क्योकि चीते इंसानों को और शिकारी चीतों को नुकसान पहुंचा सकते हैं. अभी हाल में चीतों पर गांववालों द्वारा पथराव करने की तस्वीर वायरल हुई थी.
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