MP News: स्कूलों में खुलेआम लूट, पिज्जा पार्टी के नाम पर छात्र-छात्राओं से वसूले जा रहे 5000 रुपये

Jabalpur: जिला प्रशासन की खुली जन सुनवाई में प्राइवेट स्कूलों द्वारा पैसा वसुलने की बात सामने आई है. स्कूल पार्टी के लिए पैसे मांगते हैं. इसको लेकर कलेक्टर ने फटकार लगाई है.

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जबलपुर कलेक्टर की जन सुनवाई

Jabalpur Private School Scam: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर जिले में शिक्षा माफिया (Education Mafia) पर नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन ने अभिभावकों और स्कूल संचालकों की खुली जन सुनवाई (Public Hearing) शुरू की. सुनवाई में स्कूलों द्वारा की जा रही खुली लूट के मामले सामने आ रहे हैं. किसी स्कूल में पिज्जा पार्टी (Pizza Party) के लिए बच्चों से 5000 रुपए लिए जा रहे हैं, तो किसी स्कूल में हजारों रुपए के आइडेंटी कार्ड बनाए जा रहे हैं. कुछ स्कूल 13000 रुपए की यूनिफॉर्म बेच रहे हैं, तो एक स्कूल अभिभावक के 50,000 रुपए देने के बाद भी TC नहीं दे रहा है. सभी मामलों को लेकर जिला कलेक्टर ने स्कूल संचालकों को फटकार लगाई.

मनमानी फीस वृद्धि मामले को लेकर की गई सुनवाई

जबलपुर जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना ने क्राईस्टचर्च स्कूल, ज्ञान गंगा आर्चिड इंटरनेशनल स्कूल, लिटिल वर्ल्ड कटंगा एवं तिलवाराघाट, सत्यप्रकाश स्कूल पोलीपाथर, अजय सत्यप्रकाश स्कूल, चैतन्य टैक्नो स्कूल और नालंदा स्कूल से संबंधित शिकायतों की खुली सुनवाई की गई. खुली सुनवाई में मनमानी फीस वृद्धि व अनियमितताओं पर अभिभावकों ने खुलकर अपनी समस्या बताई. कलेक्‍टर ने उक्त सभी स्कूलों के प्रबंधक और प्राचार्य से शिकायत के संबंध में तथ्‍यात्‍मक जानकारी मांगी, जिसमें वे संतुष्टि पूर्ण जवाब न देकर गोल मोल जवाब देते नजर आए. उनका जवाब सुनकर कलेक्‍टर ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि स्‍कूल प्रबंधन अपनी कार्यप्रणाली सुधारे अन्यथा उनके विरूद्ध अपराधिक प्रकरण दर्ज किया जायेगा.

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जबलपुर कलेक्टर की जन सुनवाई

इन मामलों का हुआ खुलासा

जनसुनवाई में सामने आई शिकायतों में मुख्य रूप से, बिना किसी पूर्व सूचना के अप्रत्याशित रूप से फीस वृद्धि, एक ही स्कूल में एक ही कक्षा की अलग-अलग फीस, किसी निश्चित जगह से ड्रेस और शैक्षणिक सामग्री मिलने, टीसी प्रदान नहीं करने तथा कोचिंग लेने के लिये प्रेरित करना आदि बहुत सी शिकायत अभिभावकों द्वारा की गई. स्कूल के प्रबंधक भी इस विषय पर तर्कसंगत उत्तर प्रस्तुत नहीं करने पर कलेक्टर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिये.

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जन सुनवाई में मौजूद स्कूल संचालक

स्‍कूल के संबंध में एक अभिभावक ने बताया कि टीसी निकालने के 50 हजार रुपये देने के लिये तैयार हैं, लेकिन टीसी नहीं दी जा रही है और लगातार फीस वृद्धि की जा रही है. एक ही कक्षा में अलग-अलग फीस स्‍ट्रक्‍चर है. बच्चों के आईडी कार्ड के साथ माता-पिता का आईडी कार्ड के भी 450 रुपये प्रति कार्ड फीस ली जा रही है जो हर वर्ष बदले जाएंगे.

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13 हजार की ड्रेस, 5000 की पिज्जा पार्टी

अभिभावकों ने बताया कि ज्ञान गंगा इंटरनेशनल स्कूल में नर्सरी के बच्चों के ड्रेस भी 13-13 हजार रुपये में बैंगलोर से आते हैं. मनमानी फीस के साथ पिज्जा पार्टी के नाम से पांच-पांच हजार रुपये अलग से फीस ली जाती है. हर गतिविधि बैंगलोर की परिस्थिति के अनुसार ही संचालित की जाता है. इसी प्रकार क्राईस्टचर्च स्कूल में भी बिना पूर्व सूचना के फीस वृद्धि जैसे कई शिकायतों की सुनवाई की गई.

जबलपुर में अभिभावकों और स्कूल संचालकों की जन सुनवाई

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करोड़ों रूपये की ज्यादा फीस वसूली वापस की जाय

जिला कलेक्‍टर ने कहा कि सत्‍यप्रकाश स्‍कूल ने बिना किसी सूचना के फीस वृद्धि कर साढ़े तीन करोड रूपये से ज्‍यादा की धनराशि अर्जित की है. इस पर भी ऑडिट कराकर आवश्‍यक कार्यवाही की जायेगी. वहीं, अपनी करुणा व्यक्त करते हुए अभिभावकों ने कहा कि इससे तो अच्छी पढ़ाई सरकारी स्कूलों में होती है जहां इतनी परेशानी भी नहीं होती. स्कूलों में जांच के दौरान भी कई खामियां पाई गई, जिसमें स्कूल के नाम परिवर्तन के लिये अनुमति, ड्रेसकोड व नवीन मान्‍यता आदि की औपचारिकता है पूरी नहीं की गई है. इसके साथ ही कुछ स्कूलों ने अभिभावकों को उनके द्वारा मांगी गई जानकारी लिखित रूप से देने से इनकार कर दिया. 

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