Madhya Pradesh News: आमतौर पर सभी डॉक्टर मरीज को देखकर उन्हें दवाइयां प्रिसक्राइब करते हैं. पर्चे में लिखकर देते हैं ताकि मरीज फार्मासिस्ट के पास जाए और वह दवाइयां ले सकें. फार्मासिस्ट पर्चे में लिखी दवाओं को पढ़कर दवाएं दे देता है. लेकिन सतना जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नागौद के डॉक्टर का लिखा एक पर्चा जमकर वायरल हो रहा है. पर्चा में किस दवा का नाम लिखा है यह पढ़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी है.
ये है मामला
बताया जा रहा है कि पर्चा लिखने वाले डॉक्टर का नाम अमित सोनी है. जो की नागौद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ हैं. पर्चे के अनुसार अरविंद कुमार सेन नाम का व्यक्ति डॉक्टर को दिखाने के लिए अस्पताल गया था. ओपीडी में पर्चा बनवाने के बाद वह डॉक्टर अमित सोनी के पास गया जिन्होंने पर्चा कुछ अंदाज में लिखा कि उसे पढ़ना किसी के बस की बात नहीं है. शायद पर्चे को देखकर स्वयं डॉक्टर साहब भी नहीं बता पाएंगे कि आखिर कौन सी दवा लिखी गई?
पर्चे को लेकर क्या है चर्चा
सरकारी अस्पताल की डॉक्टर ने ओपीडी पर्ची में इस प्रकार से दवाइयां क्यों लिखी? कि कोई उसे पढ़ ना पाए। इस पर कहा जा रहा है कि डॉक्टर अमित सोनी ने मरीज को अपनी प्राइवेट क्लीनिक में बुलाया था. मरीज अरविंद कुमार सेन निवासी रहिकवारा के पास पैसे नहीं थे. क्लीनिक में जाने से मना कर दिया. शरीर के दर्द से पीड़ित अरविंद की बातें सुनकर डॉक्टर भड़क गए और उन्होंने कुछ इस अंदाज में पर्चा लिख दिया जिसको पढ़ पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन लग रहा है.
ये भी पढ़ें डॉमिनोज हांडी भोज की फंस गई लिफ्ट, 5 लोग फंसे रहे, ऐसे किया गया रेस्क्यू
क्या एक्शन लेगा स्वास्थ्य विभाग ?
नागौद अस्पताल के डॉक्टर अमित सोनी का यह कृत्य देखने के बाद सभी हैरान हैं. सोशल मीडिया पर तमाम लोग इस डॉक्टर की ट्रोलिंग कर रहे हैं. आम लोग यह मांग कर रहे हैं कि डॉक्टर के इस प्रकार से पर्चा लिखने की वजह स्पष्ट हो।साथ ही उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई इस प्रकार की हरकत करने से बाज आए.
ये भी पढ़ें MP : एक शिक्षक ऐसी भी ! कैंसर से लड़ते हुए भी नहीं छोड़ा काम, मात देकर बनी मिसाल और कही ये बात