
Satna Airport: विंध्य क्षेत्र की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले सतना (Satna) की हवाई सेवा (Satna Flight) को जाने किसकी नजर लग गई. पिछले 10 वर्षों से जनता को हवाई सफर का सपना दिखाया जा रहा है, लेकिन सेवा शुरू हो नहीं पा रही. यहां हवाई अड्डा है, पूरा स्टाफ तैनात है, रनवे भी बना है लेकिन उसकी लंबाई इतनी कम कर दी गई है कि बड़े विमान उतर ही नहीं सकते. रनवे की लंबाई महज 1200 मीटर है. जिसके चलते बड़े प्लेन उतारने में दिक्कत हो सकती है. कहा जाता है कि रनवे पूरा न होने के चलते मामला अटक गया है.
क्या है मामला?
सतना एयरपोर्ट के नवनिर्माण के बाद रनवे की लंबाई को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. जहां पहले यहां 1800 मीटर का रनवे हुआ करता था, वहीं निर्माण के बाद इसकी लंबाई 1200 मीटर कर दी गई है. इस बदलाव के कारण छोटे विमानों के लिए भी लैंडिंग मुश्किल हो गई है.
रनवे की लंबाई को लेकर सबसे बड़ा सवाल यह है कि रीवा एयरपोर्ट का रनवे पहले 1200 मीटर का था, जिसे नव निर्माण के बाद बढ़ाकर 1800 मीटर कर दिया गया. इसके विपरीत, सतना एयरपोर्ट का रनवे 1800 मीटर था, लेकिन नवनिर्माण के बाद यह घटकर 1200 मीटर रह गया. आखिर यह सब कैसे हुआ इस मामले में एयरपोर्ट अथॉरिटी के जिम्मेदार अधिकारी बात करने को तैयार नहीं है. सूत्रों के अनुसार, सतना एयरपोर्ट की जमीन पर वर्षों से अतिक्रमण की समस्या बनी हुई है. एयरपोर्ट की यह बेशकीमती जमीन हमेशा से भूमाफियाओं के निशाने पर रही है. अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या रनवे की लंबाई में की गई यह गड़बड़ी किसी बड़े खेल का हिस्सा है? यहां दोनों छोर में भारी अतिक्रमण है जिससे निपटना सबसे बड़ी चुनौती है.
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