
Madhya Pradesh News: सीने में मेडल ही मेडल, हाथ में ज्वेलरी और नोटों से भरा ब्रीफकेस लेकर एक रिटायर्ड फौजी रीवा के कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंच गया. सीधे कलेक्टर से बोला आप यह सब रख लें और अपने विभाग में बांट दें. लेकिन मेरा काम करवा दें. ऐसा सुनते ही सभी हक्के-बक्के रह गए और अफसरों के बीच जबरदस्त हड़कंप मच गया. दरअसल रिटायर्ड फौजी का आरोप था कि कई महीनों से वह चक्कर काट रहा है लेकिन उसका काम नहीं हो पा रहा है.
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दरअसल रीवा में मंगलवार को जनसुनवाई चल रही थी. मालपार गांव के रहने वाले रिटायर्ड फौजी योगेश कुमार तिवारी पिता रमाशंकर तिवारी ने राजस्व विभाग की पोल सभी के सामने खोलकर रख दी. कहना था कि उनकी जमीन को सरकारी घोषित करके पास की जमीन को लाभ पहुंचाने के चलते, मेरे साथ धोखाधड़ी की गई है. रिटायर्ड फौजी ने त्योंधर तहसील के राजस्व विभाग के अमले पर भी गंभीर आरोप लगाए और कहा कि कई बार राजस्व अमले को रिश्वत दी गई लेकिन काम नहीं हुआ.
यही वजह है कि अब घर की पूरी जमा पूंजी, पत्नी के गहने लेकर जनसुनवाई में कलेक्टर के पास पहुंच गए और कहा कि मैडम आप अपने विभाग के लोगों को यह पैसा दे दें, लेकिन हमारी जमीन के मामले का निराकरण कर दें. ये सुनते ही कलेक्ट्रेट परिसर में हंगामा ही मच गया.
हड़बड़ाए तहसीलदार पहुंचे
इधर रिटायर्ड फौजी को पोल खोलते देख तहसालदार हड़बड़ा गए और तहसीलदार शिवशंकर स्वयं पहुंच गए. कलेक्टर चेंबर के बाहर जमीन पर ही बैठकर ही बात करने लगे. कलेक्टर रीवा प्रतिभा पाल ने भी फौजी को आश्वस्त किया कि आपकी बात सुनी जाएगी और नियमानुसार कार्रवाई भी होगी.
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