मध्यप्रदेश और राजस्थान की पुलिस अधिकारियों के बीच गुरुवार को रतलाम एसपी ऑफिस में बॉर्डर मीटिंग आयोजित की गई. मीटिंग में दोनों राज्यों में कानून व्यवस्था को लेकर चर्चा हुई. साथ ही दोनों राज्यों के पुलिस अधिकारियों ने आगामी विधानसभा चुनाव 2023 के शांतिपूर्ण निष्पादन के लिए अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए संयुक्त रूप से प्रवेश मार्ग पर चेकिंग, नाका प्वाइंट को लेकर विचार विमर्श किए.
बॉर्डर मीटिंग में दोनों राज्यों के पुलिस अधिकारियों ने शातिर अपराधियों और फरार वारंटियों की जानकारी भी साझा की. इसके अलावा ऐसे अपराधियों के बारे में भी जानकारी दी गई जो एक राज्य में अपराध करके दूसरे राज्य में चले जाते हैं.
बड़े अपराध में फरार आरोपियों की संपत्ति की जानकारी दी गई
वहीं बैठक में आपसी तालमेल के साथ इन अपराधियों को पकड़ने, राज्यों के प्रवेश मार्ग पर चेकिंग, सीसीटीवी ,आपसी कम्युनिकेशन और बेहतर समन्वय के साथ कार्य करने को लेकर रणनीति बनाई गई. बैठक में दोनों राज्यों की पुलिस ने एक दूसरे को संबंधित जिलों के एनडीपीएस व अन्य बड़े अपराध में फरार आरोपियों की संपत्ति व अन्य जानकारी भी साझा की है. इसके अलावा बैठक में बॉर्डर के नाकों पर जल्द से जल्द सीसीटीवी कैमरे लगाने पर भी बातचीत हुई.
दोनों राज्यों की पुलिस बॉर्डर से लगे जिलों में कार्य करेगी
उज्जैन रेंज के आईजी संतोष सिंह ने कहा कि बॉर्डर मीटिंग में विधानसभा चुनाव के परिपेक्ष्य में कई विषयों पर चर्चा की गई. कई महत्वपूर्ण जानकारी भी एक दूसरे से साझा की गई है. आगामी दिनों में बॉर्डर से लगे जिलों में दोनों राज्यों की पुलिस आपसी समन्वय से कार्य करेगी.
आगामी चुनाव को देखते हुए रणनीति बनाई गई
राजस्थान के बांसवाड़ा रेंज आईजी सुश्री एस परिमाला ने कहा कि डीजीपी के निर्देश के अनुसार, आज बॉर्डर मीटिंग का आयोजन किया गया था. दोनों राज्यों के पुलिस अधिकारियों ने अपराधियों के बारे में भी जानकारी साझा की है.आगामी चुनाव को देखते हुए समन्वय के साथ कार्य करने की रणनीति बनाई गई है.
बैठक के दौरान उज्जैन आईजी संतोष सिंह, बांसवाड़ा रेंज की आईजी सुश्री एस परिमाला, रतलाम रेंज डीआईजी मनोज सिंह, रतलाम एसपी राहुल लोढा, मंदसौर एसपी अनुराग सुजानिया, नीमच एसपी अमित तोलानी, बांसवाड़ा एसपी अभिजीत सिंह और प्रतापगढ़ एसपी अमित कुमार मौजूद रहे.